भाजपा प्रदेश कार्यालय में सोमवार को राठौड़ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जिग्नेश मेवाणी का ट्रैक रिकॉर्ड देखने पर पता चलता है कि उन पर गुजरात में पांच और महाराष्ट्र में दो मुकदमे दर्ज हैं। वह जिस राज्य में गए, वहां भाषणों से अराजकता फैलाने का काम किया। वह भड़काऊ भाषण देकर और भीड़ को उकसाकर सामाजिक समरसता समाप्त करने का काम करते हैं। कांग्रेस पिछले दरवाजे से राज्य के अंदर सामाजिक समरसता को समाप्त करना चाहती है। जिस कार्यक्रम में जिग्नेश मेड़ता रोड जाने वाले थे, उसे कांग्रेस की पूर्व पंचायत समिति सदस्य नाथूदेवी के पति जस्साराम आयोजित कर रहे थे। जिग्नेश की राजस्थान में रोजगार यात्रा को लेकर राठौड़ ने कहा, शायद वह भूल गए हैं कि राजस्थान सरकार ने 13 लाख से अधिक लोगों को रोजगार से जोडऩे का काम किया है।
राहुल गांधी का दोहरा चरित्र
राठौड़ ने कठुआ और उन्नाव मामले की भत्र्सना करते हुए कहा कि राहुल गांधी कठुआ मामले पर आधी रात को दिल्ली में मोमबत्ती लेकर खड़े हो गए, निर्भया कांड और सिख दंगों को लेकर भी कुछ बोलना चाहिए था। यह उनके दोहरे चरित्र को दर्शाता है।
दुष्कर्म पर मृत्युदंड
राठौड़ ने बताया कि सरकार दुष्कर्म जैसे मामले में संवेदनशील है। क्रीमिनल लॉ बिल को पहले से मजबूत किया है। इसके तहत 12 साल से कम उम्र की बच्ची से दुष्कर्म पर मृत्युदंड का प्रावधान किया है। इस बिल में उम्रकैद की परिभाषा भी बदली गई है, अब उम्रकैद का मतलब जीवनभर अपराधी को जेल में रहना होगा। मध्यप्रदेश के बाद राजस्थान दूसरा ऐसा राज्य है, जिसने इस कानून में संशोधन कर मृत्युदंड का प्रावधान किया है।
राठौड़ ने बताया कि सरकार दुष्कर्म जैसे मामले में संवेदनशील है। क्रीमिनल लॉ बिल को पहले से मजबूत किया है। इसके तहत 12 साल से कम उम्र की बच्ची से दुष्कर्म पर मृत्युदंड का प्रावधान किया है। इस बिल में उम्रकैद की परिभाषा भी बदली गई है, अब उम्रकैद का मतलब जीवनभर अपराधी को जेल में रहना होगा। मध्यप्रदेश के बाद राजस्थान दूसरा ऐसा राज्य है, जिसने इस कानून में संशोधन कर मृत्युदंड का प्रावधान किया है।