हाल ही में राजस्थान सरकार में पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ (Rajendra Rathore) ने सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधा और कहा कि गहलोत जोरों-शोरों से अपने पुत्र वैभव गहलोत (Vaibhav Gehlot Contest Lok Sabha Election 2019) की लोकसभा चुनाव लड़ाने के लिए लांचिंग करने में लगे हैं, लेकिन अभी तक किस सीट से पुत्र चुनाव लड़ेगा यह भी तय नहीं कर पाए हैं। वे अभी तक भ्रम की स्थिति में हैं कि वैभव को लड़ाना है या नहीं। ऐसे में अंदाजा लगा सकते हैं कि राजस्थान का नेतृत्व पुर्णत: असमंजस की स्थिति में हैं।
READ : कांग्रेस ने जारी की स्टार प्रचारकों की सूची, CM गहलोत, डिप्टी CM पायलट समेत इन 40 दिग्गजों को मिली जिम्मेदारी साथ ही सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार को बने हुए तीन माह ही हुए हैं, लेकिन अभी से ही राज्य में अपराधियों के हौंसले बुलंद है। सरकार की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है। चुनावों में जनता सरकार के खिलाफ वोट कर कांग्रेस को सबक सिखाएगी। वहीं विधानसभा चुनावों में हार क्यों हुई इसके बारे में कहा कि वो चुनाव अलग मुद्दों पर था, लेकिन इस बार के चुनाव में जनता मोदी सरकार के विकास कार्यों के आधार पर भाजपा को वोट करेगी।
राठौड़ ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता आधारित एवं सिद्धांतों पर चलने वाली पार्टी है। किसी नेता के कहने पर टिकटों का वितरण नहीं होता है। इसके लिए एक पैनल मिलकर उम्मीदवार के नाम का चयन करता है,लेकिन कांग्रेस पार्टी टुकड़ों में बंटी हुई पार्टी है। जहां टिकट को लेकर पैनल की बैठक में दिग्गज नेता नाम तो तय कर लेते हैं, लेकिन आखिर में टिकट वितरण का फैसला एक परिवार मिलकर करता है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस बार भी मोदी के नेतृत्व में उनकी पार्टी राजस्थान की सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव जीतेगी।