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‘चिकित्सा विभाग में अंधेरगर्दी, शिविर में महिला की मौत आपराधिक लापरवाही’ : राजेंद्र राठौड़

locationजयपुरPublished: Jul 02, 2020 11:57:55 am

Submitted by:

Nakul Devarshi

– नसबंदी ऑपरेशन के बाद महिला का मौत मामला, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने सरकार पर साधा निशाना, नसबंदी शिविर के आयोजन पर उठाये सवाल, चुरू के सरदारशहर सीएचसी का मामला
 

Rajendra Rathore takes on Ashok Gehlot Medical Department
जयपुर/चुरू।

चुरू के सरदारशहर की सीएचसी में नसबंदी शिविर के दौरान एक महिला की मौत का मामला गरमाने लगा है। उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने चुरू कलेक्टर सन्देश नायक से मुलाक़ात कर पूरे मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। साथ ही पीडि़त पक्ष को 50 लाख रुपए मुआवजे और दिवंगत महिला के पति को सरकारी नौकरी देने की भी मांग रखी है।
राठौड़ ने नसबंदी शिविर में महिला की मौत को दु:खद घटना करार देते हुए सरकारी मशीनरी की कार्यशैली पर सवाल उठाये। उन्होंने इसे आपराधिक लापरवाही की संज्ञा देते हुए चिकित्सा विभाग पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के इस विभाग में सबसे ज्यादा अंधेरगर्दी हो रही है। उन्होंने कहा कि आखिर कोविड-19 की मौजूदा स्थिति में भी 200 से ज़्यादा महिलाओं को एकजुट करके किस आधार पर शिविर लगाया गया? उन्होंने कहा कि शिविर के आयोजन अधिकारी पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
ये है मामला
चुरू के सरदारशहर सीएचसी में नसबंदी शिविर में ऑपरेशन के बाद एक महिला का स्वास्थ्य इतना बिगड़ गया कि उसकी एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि बिना स्वास्थ्य जांच के चिकित्सकों ने उसका नसबंदी ऑपरेशन कर दिया। इसके चलते अधिक रक्तस्त्राव से महिला ने दम तोड़ दिया।
सीईओ के नेतृत्व में जांच टीम गठित
कलक्टर और उपनेता प्रतिपक्ष की मुलाकात के कुछ ही देर बाद जिला परिषद सीईओ आरएस चौहान के नेतृत्व में विशेषज्ञ डॉक्टरों और प्रशासन के लोगों को मिलाकर एक जांच टीम गठित करने का ऐलान किया गया। कलक्टर सन्देश नायक ने कहा कि जांच टीम अन्य बिंदुओं के अलावा सीएचसी सरदारशहर प्रभारी, बीसीएमओ सरदारशहर, एडि. सीएमएचओ (डॉ. भंवरलाल सर्वा, प्रभार सीएमएचओ), आरसीएचओ, डीबीएच अस्पताल की भूमिका आदि सभी पहलुओं पर जांच करेगी।

डीप फ्रीजर के बावजूद खुले में पड़ा रहा महिला का शव
डीबीएच अस्पताल की मोर्चरी में डीप फ्रीजर होने के बावजूद 24 घंटे से भी अधिक समय तक महिला का शव यूं ही खुले में पड़े होने से लोगों में खासी नाराजगी दिखी। उपनेता प्रतिपक्ष ने पीएमओ डॉ. गोगाराम से इस पर अपनी नाराजगी भी जताई।
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