विवेकानंद महाविद्यालय में राजनीति विज्ञान की पढ़ाई की थी। परिवार की इच्छा थी कि वह एक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में काम करें। पुणे के सिम्बायोसिस कॉलेज में एक पत्राचार एमबीए करके पुणे विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में स्नातकोत्तर की डिग्री की। राजसिंहा ने निर्माण उद्योग में भी काम करना शुरू किया। इसके साथ ही युवाओं को अधिक से अधिक संभावनाएं प्रदान कर वे उन्हें सशक्त बनाने पर काम करने लगे।
राजसिंहा ने पिता की देखरेख में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की और युवाओं के लिए जुबली और निबंध प्रतियोगिता, वाक् प्रतियोगिता, नृत्य प्रतियोगिता, व्याख्यान श्रृंखला और जिला स्तर के सम्मान जैसे कार्यक्रमों में एक प्रमुख व्यक्ति थे। भाजपा युवा मोर्चा में शामिल होने के बाद रजनींबालकर का जीवन बेहतर के लिए बदल गया।
महामारी के दौरान राजसिंहा ने हजारों लोगों को मास्क, सैनिटाइज़र और भोजन दान किया। चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम से 25 बिस्तरों वाले कोविड सेंटर और टेरना कोविड सेंटर को लीज के आधार पर सहयोग किया है। विभिन्न आत्मानिर्भर अभियान योजना परियोजनाओं में भाग लेने में युवाओं की सहायता भी की। राजसिंहा राजेनिंबालकर रक्तदान शिविरों और प्लाज्मा दाताओं के समन्वय में शामिल रहे हैं।