राजस्थान में 24 अगस्त को राज्यसभा चुनाव होना है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी (
Madan Lal Saini ) के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी। ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा अपनी इस सीट को बचाने के लिए एडी से चोटी का जोर लगाएगी। भाजपा नेताओं ने कई जगहों पर इस बात का जिक्र भी किया कि पार्टी कांग्रेस (
Rajasthan Congress ) को वॉकओवर देने के मूड में नहीं हैं और विचार किया जा रहा है कि अपना प्रत्याशी मैदान में उतारा जाए। इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया और संगठन महामंत्री चंद्रशेखर के बीच एक बैठक भी हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक प्रत्याशी उतारने को लेकर कोई निर्णय नहीं हो पाया है।
भाजपा अभी तक निर्दलीय विधायकों के दम पर जीत तय कर रही थी। मगर मनमोहन सिंह के नाम की चर्चा चलने के बाद पार्टी फिलहाल केंद्रीय नेतृत्व के आदेशों का इंतजार कर रही है। वहां से जो निर्देश मिलेंगे, उसी के आधार पर प्रत्याशी चयन को लेकर फैसला किया जाएगा। इस काम में देरी होने की एक वजह यह भी है कि पार्टी बिना प्रदेशाध्यक्ष के हैं। एक चर्चा यह भी है कि अगर कोई निर्दलीय नामांकन दाखिल करता है तो पार्टी उसे समर्थन दे दे।
बहरहाल भाजपा (
Rajasthan BJP ) पसोपेश में नजर आ रही है। संख्या बल 72 ही है और जीत के लिए 99 विधायकों की आवश्यकता पड़ेगी। भाजपा को यह आंकड़ा मिलता नहीं दिख रहा है। वजह यह है कि ज्यादातर निर्दलीय विधायक कांग्रेस से बागी होकर ही जीते हैं। अब देखना है कि पार्टी किस तरह से अपनी इस सीट को बचाने का प्रयास करती है।