सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा का जो एकमात्र वोट रिजेक्ट हुआ है वो एक सदस्य के दो प्रत्याशियों को वोट करने की वजह से हुआ है। पार्टी सदस्य की इस चूक से उसका वोट रिजेक्ट हो गया। इस एक वोट के निरस्त होने का खामियाजा भाजपा के दूसरे प्रत्याशी के तौर पर उतारे गए ओंकार सिंह लखावत को ऊठाना पडा।
दरअसल, पहले लखावत को 21 वोट मिलने की जानकारी आई थी, पर बाद में एक वोट के अमान्य होने के बाद लखावत को 20 वोटों से ही संतोष करना पड़ा। हालाँकि ये एक वोट लखावत की हार को जीत में बदलने में कोई भूमिका नहीं निभाता।
गौरतलब है कि भाजपा ने लखावत के साथ ही प्रथम वरीयता सदस्य के तौर पर वरिष्ठ नेता राजेन्द्र गहलोत को चुनाव मैदान में उतारा था जिन्होंने आसानी से जीत दर्ज की। जबकि भाजपा के संख्याबल के लिहाज़ से लखावत की हार पहले ही तय मानी जा रही थी।
जानें किसे-कितने वोट मिले तीन सीटों के लिए हुए राज्यसभा चुनाव में इंडियन नेशनल कांग्रेस के दो जबकि भाजपा का एक प्रत्याशी विजयी घोषित किया गया। निर्वाचन अधिकारी एवं राजस्थान विधानसभा के सचिव प्रमिल कुमार माथुर ने बताया कि इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रत्याशी केसी वेणुगोपाल को 64 और नीरज डांगी 59 मत प्राप्त हुए, वही भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राजेन्द्र गहलोत को प्रथम वरीयता के 54 मत हासिल हुए। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी ओंकार सिंह को 20 मत प्राप्त हुए।
कुल 198 मतों में से 197 मत सही पाये गये तथा एक मत निरस्त किया गया। जबकि कांग्रेस के भवरलाल मेघवाल ऒर माकपा के गिरधारीलाल बीमार होने के कारण वोट नहीं डाल सके। वहीं निर्वाचन की घोषणा करने के बाद नीरज डांगी, राजेन्द्र गहलोत और केसी वेणुगोपाल को निर्वाचन का प्रमाण पत्र दिया।