जयपुर में बारिश के साथ आई आफत, कई मकान ढहे, ट्रांसफार्मर गिरे
उन्होंने कहा कि मानवाधिकार के लिहाज से पाकिस्तान अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षित स्थान नहीं ( Pakistan Not Safe Place for Minorities ) है। अल्पसंख्यकों के साथ, विशेषकर हिन्दू लड़कियों को अगवा कर उनका जबरन धर्म-परिवर्तन कराने की प्रवृत्ति पुलवामा ( Pulwama ) एयर स्ट्राइक के बाद बढ़ गई है। पाकिस्तान के कई इलाकों के गुरुद्वारे में घुसकर सिखों को बाहर किया गया, जिसके लिए प्रदर्शन हुआ। ऐसी जानकारी सामने आई है कि थारपारकर में 37 भील परिवारों का धर्म-परिवर्तन करवाया गया। पाकिस्तान में हर साल 1,000 से ज्यादा हिन्दू युवतियों का धर्म-परिवर्तन कराया जाता है। अन्तरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता संबंधी अमेरिकी कमीशन की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में वहां की सरकार अल्पसंख्यकों के प्रति कतई गंभीर नहीं है।‘किसी का स्मैक खोया है क्या, हां तो हमसे मिलें और साथ में मुफ्त पाएं रहना-खाना’
पत्रिका ने उठाया मामला
राजस्थान पत्रिका ने 9 जुलाई को इस मसले को उठाया और ‘पाकिस्तान में सडक़ों पर हिंदू, सिख और इसाई, 3 माह में 31 लड़कियां अगवा’ शीर्षक से खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था।