राठौड़ ने कलक्टर जगरूप सिंह यादव ( Jagroop Singh Yadav ) पर कांग्रेस के एजेंट के रूप में काम करने का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चुनाव में कांग्रेस ने एक ही सीट पर दो प्रत्याशी उतारे। एक मेरे सामने फील्ड में और दूसरे कलक्ट्रेट में बैठे कलक्टर थे। जयपुर के प्रशासनिक मुखिया बनकर सियासी रूप में काम करते रहे। सभी जानते हैं कि कलक्टर कांग्रेस से टिकिट लेना चाह रहे थे, वह अलग बात है कि नहीं मिला। ज्ञापन की अनुमति और समय देने के बाद भी कुर्सी छोड़कर चले गए। इतना ही डर है तो उन्हें यहां से हटा जाना चाहिए। इस कुर्सी पर बैठने का अधिकार है ही नहीं। क्या इन्हें भी आदेश मिले हैं कि यहां नहीं रहें। कांग्रेस के सदस्य के रूप में काम करने वाले अफसर जनता की सुनवाई नहीं कर सकते हैं।
कलक्टर : आरोप लगाने वाले सबूत तो दें…
कांग्रेस एजेंट और टिकिट मांगने के आरोप पर कलक्टर जगरूप सिंह यादव ने भी सवाल दाग दिए। उन्होंने कहा आरोप लगाने वाले सबूत दें, नहीं है तो अनर्गल बात नहीं करें। वे बताएं कि क्या मैंने कभी टिकिट के लिए आवेदन किया था। केवल बेवजह की चर्चाओं को तूल देना और गलत आरोप लगाने अच्छी बात नहीं है। रही बात ज्ञापन के समय मौजूद रहने की तो पहले विकास योजनाओं पर मंथन में शामिल होना जरूरी था। स्मार्ट सिटी कंपनी की बोर्ड बैठक थी और मैं वहीं था। चाहें तो पता कर लें। भाजपा पदाधिकारियों से पहले भी कई लोग ज्ञापन देने आए, मैंने लिया। मैं जब मौजूद रहता तो आते, मैं उनसे भी ज्ञापन लेता।