सेना और खेल से जुड़े रहने के चलते राठौड़ युवाओं में खासे लोकप्रिय हैं। राठौड़ जोशीला भाषण देने में भी माहिर है। इसके अलावा राठौड़ पीएम नरेन्द्र मोदी ( PM Narendra Modi ) के नजदीकी माने जाते हैं। जिसके चलते उन्हें और उनके समर्थकों को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले मंत्रिमंडल में शामिल होने की पूरी उम्मीद थी। राठौड़ सोशल मीडिया पर भी काफी लोकप्रिय है। उनके समर्थकों ने सोशल मीडिया पर कैम्पेन भी चला रखा था। लेकिन शाम होते होते समर्थकों को निराशा हाथ लगी।
सेना में रहे और कर्नल रेंक तक पहुंचे। मेवाड़ रेजीमेंट में रहते हुए करगिल युद्ध में भाग लिया। वहीं डबल ट्रेप शूटिंग में उनकी अन्तरराष्ट्रीय खिलाड़ी के तौर पर पहचान है। उन्होंने 2004 के ओलंपिक में सिल्वर पदक जीता। इसके अलावा उनके नाम करीब 25 से ज्यादा अन्तरराष्ट्रीय पदक है। राठौड़ को पदम श्री, अर्जुन अवार्ड, राजीव गांधी खेल रत्न और सेना का अति विशिष्ठ सेवा मेडल से नवाजा जा चुका है।
राज्यवर्धन ने सेना से सेवानिवृत्ति लेने के बाद 2013 में भाजपा की सदस्यता ली। पार्टी ने उन्हें जयपुर ग्रामीण से कांग्रेस के कद्दावर नेता और तत्कालीन मंत्री सी.पी.जोशी के सामने प्रत्याशी बनाया। राठौड़ ने जोशी को करारी मात दी। इसके बाद मोदी ने नवम्बर 2014 में सूचना प्रसारण राज्य मंत्री बनाया। उनके कामकाज को देखते हुए सितम्बर 2017 में राठौड़ को खेल व युवा और सूचना प्रसारण मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार का राज्य मंत्री बना दिया।