जयपुर

127 साल के इतिहास में पहली बार रामनवमी पर दर्शनों के लिए नहीं खुले इस मंदिर के पट

ram navami mahotsav 2020: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव रामनवमी का पर्व आज शहर सहित देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। मध्याह्न में घंटे-घडिय़ाल, शंख-नंगाड़ों की ध्वनि के बीच छोटी काशी के मंदिरों में भगवान राम का जन्म हुआ। लेकिन, इस दौरान श्रद्धालु आयोजनों में शामिल नहीं हो सके। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते इस बार भगवान राम के जन्मोत्सव पर शहर के राम व हनुमान मंदिरों में बड़े आयोजन तो नहीं हो रहे, लेकिन मंदिरों की परंपराओं का पूरा निर्वहन किया जा रहा है।

जयपुरApr 02, 2020 / 01:05 pm

Devendra Singh

लॉकडाउन के चलते श्रद्धालुओं के लिए नहीं खुलेरा रामचंद्रजी मंदिर के पट।

जयपुर। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव ( shree ram janmotsav ) रामनवमी का पर्व आज शहर सहित देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। मध्याह्न में घंटे-घडिय़ाल, शंख-नंगाड़ों की ध्वनि के बीच छोटी काशी के मंदिरों में भगवान राम का जन्म हुआ। लेकिन, इस दौरान श्रद्धालु आयोजनों में शामिल नहीं हो सके। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते इस बार भगवान राम के जन्मोत्सव पर शहर के राम व हनुमान मंदिरों में बड़े आयोजन तो नहीं हो रहे, लेकिन मंदिरों की परंपराओं का पूरा निर्वहन किया जा रहा है।
सोशल मीडिया के जरिए किए प्रभु श्रीराम के दर्शन

कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण इस बार चांदपोल बाजार स्थित ठिकाना मंदिर श्री रामचंद्रजी में सादगी के साथ रामजन्मोत्सव मनाया जा रहा है। महंत राधेश्याम तिवाड़ी के सान्निध्य में सुबह 11 बजे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ ठाकुरजी का पंचामृत से जन्माभिषेक किया गया। इसके बाद ठाकुरजी का शृंगार कर दोपहर 2:30 बजे जन्म आरती की जाएगी। इस बार रामजन्मोत्सव न तो केक काटेगा और न ही शाम को महाआरती की जाएगी। लॉकडाउन के कारण मंदिर के पट श्रद्धालुओं के लिए नहीं खुले। मंदिर की स्थापना के 127 साल के इतिहास में यह पहला अवसर होगा, जब किसी महामारी के कारण रामनवमी के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए अपने प्रभु के दर्शन करने के लिए पट नहीं खुले। इसके कारण भक्त अपने प्रभु के दर्शन सोशल मीडिया के माध्यम से ही कर रहे हैं। मंदिर के प्रवक्ता अभिषेक तिवाड़ी ने बताया कि जन्माभिषेक व जन्म आरती के दर्शन सोशल मीडिया के जरिए भक्तों को कराए जा रहे हैं। राम जन्ममहोत्सव समिति की ओर से 50 वर्ष से निकाली जा रही शोभायात्रा भी नहीं निकाली जाएगी।
यहां भी मनाया उत्सव
आदर्शनगर स्थित श्रीराम मंदिर, हवा सड़क स्थित श्रीराम मंदिर में भी सादगी पूर्ण तरीके से राम जन्मोत्सव मनाया गया। दरीबा पान स्थित आचार्य पीठ सरस निकुंज में शुक संप्रदाचार्य अलबेली माधुरी शरण के सान्निध्य में रामजन्मोत्सव मनाया जा रहा है। उधर खोले के हनमानजी मंदिर में भी राम जन्मोत्सव पर जन्म अभिषेक सहित कई कार्यक्रम हुए। मंदिरों में विश्व कल्याण की कामना के लिए प्रार्थनाएं की जा रही है।
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