श्रीगलता पीठ में पीठाधीश्वर अवधेशाचार्य के सान्निध्य में यहां विराजित 500 वर्ष से अधिक प्राचीन विग्रहों की विशेष पूजा—अर्चना की गई। यहां भगवान श्रीराम के तीन विग्रह विराजित है, जिनमें श्रीराम राज्याभिषेक, श्रीराम के वनवास और श्रीराम के विवाह के समय के विग्रहों के दर्शन हो रहे है। श्रीराम के जन्मोत्सव पर तीनों विग्रहों का ही जन्माभिषेक हुआ। इस बार भी गलता तीर्थ में श्रीरामजी की शोभायात्रा नहीं निकल पाई। अवधेशाचार्य ने बताया कि ठाकुर सीतारामजी से कोरोना मुक्ति की प्रार्थना की गई। चांदपोल बाजार के मंदिरश्री रामचन्द्रजी में सुबह मंगला आरती के साथ दर्शन खुले, मध्यान्ह में पंचामृत अभिषेक कर रामलला को पीली गोटा पत्ती, जरदोजी की पोशाक धारण करवाई गई। महंत राधेश्याम तिवाड़ी ने बताया कि दोपहर में रामलला की जन्म आरती की गई। इस दौरान बधाई गान गूंज उठे। श्रीनरवर आश्रम सेवा समिति की ओर से खोले के हनुमानजी मंदिर में हनुमानजी शिखर स्थित श्रीराम मंदिर में जड़ी-बूटियों और तीर्थों के जल से अभिषेक किया गया। हनुमानजी महाराज का दूध से अभिषेक कर रूद्री पाठ हुए। छप्पन भोग की झांकी सजाई गई। इसके बाद दोपहर में आरती हुई, जिसके भक्तों ने ऑनलाइन ही दर्शन किए। सुभाष चौक पानों का दरीबा स्थित आचार्य पीठ सरस निकुंज में राम जन्मोत्सव शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण के सान्निध्य में सादगी पूर्वक मनाया गया। मध्याह्न में जन्म आरती के बाद बधाई गायन हुए। श्रीराम मंदिर प्रन्यास श्रीसनातन धर्म सभा के तत्वावधान में आदर्श नगर के श्रीराम मंदिर में भगवान का पंचामृत अभिषेक हुआ। नवीन पोशाक धारण करा ऋतु पुष्पों से श्रृंगार किया गया। मध्यान्ह में भगवान की प्राक्ट्य आरती हुई। भक्तों ने दरवाजे के बाहर से ही दर्शन किए।