जयपुर

RAMADAN 2019 : हाईटेक हुई इबादत, सेहरी-इफ्तार के वक्त से लेकर जकात तक में इंटरनेट का हो रहा इस्तेमाल

कुरआन को पढऩे के साथ ही उसका तर्जुमा कर रहे मालूम, इंटरनेट पर मौजूद बड़ी सामग्रीइबादत में गैजेट्स इस तरह आ रहे काम

जयपुरMay 29, 2019 / 11:59 am

abdul bari

हर्षित जैन/जयपुर.
रमजान ( Ramadan 2019 ) के पाक महीने में जहां मस्जिदें ठसाठस हैं वहीं युवा इबादत में हाईटेक भी हो गए हैं। नमाज पढऩे के लिए मस्जिद देखनी हो या जकात निकालने के लिए रकम की गणना, कुरआन की आयतों का तर्जुमा हो या पढऩे का सलीका, इंटरनेट जमकर खंगाला जा रहा है। ऐसे ऐप व ऐसी वेबसाइट्स आ गई हैं, जिन पर इबादत के तरीकों को समझाया गया है। इस्लामी विद्वानों के भाषण लाइव दिए गए हैं। मुस्लिम युवा ( muslim community ) रमजान में इबादत के बीच ऐसे ऐप देखने में भी जमकर वक्त निकाल रहे हैं।
 

नमाज में खलल नहीं:
रमजान 2019 और प्रेयर टाइम साइलेंसर जैसे ऐप ने अकीदतमंदों के लिए इबादत को आसान किया है। ऐप के जरिए नमाज के समय खलल से बचने के लिए मोबाइल स्वत: ही साइलेंट मोड पर आ जाएगा, जबकि किबला कम्पास, इस्लामिक कैलेंडर, मस्जिद फाइंडर सहित अन्य सुविधाएं भी आसानी से मिलेंगी। ऐप में पांच समय की नमाज और शुक्रवार को जुमे की नमाज के समय मोबाइल रिंगटोन बंद करने के विकल्प मौजूद हैं।

ऐसे करें जकात की गणना:
जकात देने का प्रतिशत भी ऐप के कैलकुलेटर से जोड़ सकते हैं। ज्वैलरी, कैश इन हैंड, कैश इन बैंक अकाउंट,सहित लोगों की इनकम के हिसाब से जकात की रकम आसानी से निकाली जा सकती है।
 

किसी भी शहर में पढ़ें नमाज:
किबला कम्पास से आप किसी भी अंजान शहर में नमाज के सही रुख का आसानी से पता लगा सकते हैं।

 

अल्लाह के 99 नाम:
ऐप में अल्लाह के 99 नाम, क्षेत्रवार रमजान की टाइमिंग के अलावा छह कलमे दिए गए हैं। इस्लामिक वॉल पर देश और विदेश की मस्जिदों के फोटो और मैसेंजर पर बातचीत कर सकते हैं। ऐप में तसबीह पढऩे जैसी खूबियों से लेकर कुल 13 तरह के फीचर्स सहूलियत भरे हैं।
 

सेहरी-इफ्तार का वक्त:
रमजान टाइम्स गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड के बाद ऐप स्टार्ट करने पर लोकेशन वेरिफाई मांगेगा। लोकेशन वेरिफाई होने के बाद ऐप उस शहर के हिसाब से सेहरी-इफ्तार का टाइम बताएगा। इसमें कई अन्य फीचर भी हैं, जिनमें प्रेयर टाइम, फजर, जोहर, असर, मगरिब और इशा की नमाज का टाइम अलर्ट, रमजान रेसिपीज, इस्लामिक कैलेंडर, अजान अलर्ट और रमजान कैलेंडर मुख्य हैं।
 

ये भी इंटरनेट पर मौजूद
हाईटेक तरीके से लोगों को कुरान पढऩे और समझने में आसानी हो रही है। इंटरनेट पर दर्जनों ऐसी वेबसाइट हैं जो कुरान को शुद्ध रूप एवं अनुवाद के साथ प्रस्तुत कर रहीं हैं। रोजाना की दुआ, कलमा, तस्बीह काउंटर भी मौजूद हैं। अलकुरान उल करीम में कुरआन पाक के सभी आयत टेक्स्ट और ऑडियो वर्जन में मौजूद हैं। चाहें तो पढकऱ तिलावत की जा सकती है।
 

इनका कहना है..
इबादत के लिए मिलती है मदद
डिजिटलाइजेशन के इस दौर में सब चीजें आसान हैं, इबादत के लिए एप्लीकेशन से मदद मिलती है।
-शाईना पठान, जगतपुरा

जब भी समय मिलता है तुरंत ऐप्लीकेशन के जरिए रमजान से जुड़ी जानकारियों को देख लेता हूं। ये ऐप काफी सहूलियत भरे हैं।
-वाहिद यजदानी, शास्त्रीनगर
इस्लाम से जुड़ी कई जानकारियां मिलती हैं। खूबसूरत लिपि में कुरआन शरीफ और उसका अनुवाद है।
फरीद खान, जौहरी बाजार
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