रखें पानी का ध्यान
रोजे के दौरान तडक़े करीब 4 से शाम करीब 7 बजे तक कुछ भी खाया-पीया नहीं जाता। ऐसे में शरीर में पानी की कमी आ सकती है। पानी की कमी के कारण आप डिहाईड्रेशन के शिकार हो सकते हैं। इसके लिए सेहरी पर उठने व रोजा खोलने के दौरान ध्यान देने की जरूरत है।
रोजे के दौरान तडक़े करीब 4 से शाम करीब 7 बजे तक कुछ भी खाया-पीया नहीं जाता। ऐसे में शरीर में पानी की कमी आ सकती है। पानी की कमी के कारण आप डिहाईड्रेशन के शिकार हो सकते हैं। इसके लिए सेहरी पर उठने व रोजा खोलने के दौरान ध्यान देने की जरूरत है।
रोग से पीडि़त… तो पहले लें सलाह
अगर आप डायबिटीज, दिल के रोग या किड्नी की बीमारी से पीडि़त हैं तो रोजा रखने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। डॉक्टर के कहने पर ही रोजा रखें, लेकिन दवाइयां आदि न छोड़ें।
अगर आप डायबिटीज, दिल के रोग या किड्नी की बीमारी से पीडि़त हैं तो रोजा रखने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। डॉक्टर के कहने पर ही रोजा रखें, लेकिन दवाइयां आदि न छोड़ें।
इन चीजों का करें भरपूर इस्तेमाल
नारियल, पानी व नींबू: इफ्तार से सेहरी के बीच पानी का ज्यादा सेवन करें। पानी के साथ नींबू पानी व नारियल पानी का इस्तेमाल सेहत के लिए अच्छा होता है। नींबू और नारियल पानी
नारियल, पानी व नींबू: इफ्तार से सेहरी के बीच पानी का ज्यादा सेवन करें। पानी के साथ नींबू पानी व नारियल पानी का इस्तेमाल सेहत के लिए अच्छा होता है। नींबू और नारियल पानी
आपके शरीर में पानी की कमी को पूरा करने में मदद करते हैं। इफ्तार के बाद रुक-रुककर पानी का सेवन करते रहना चाहिए। चाय और कॉफी का सेवन करने से बचना चाहिए। खजूर: सेहरी-इफ्तार के समय खजूर खाना सेहत के लिए बेहतरीन है। खजूर में काफी पौष्टिक तत्व होते हैं, जो रोजे के दौरान शरीर को पौष्टिकता प्रदान करते हैं। यह पाचन के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है।
बोले डॉक्टर: रोजों से रहते हैं स्वस्थ
रोजा हमें आत्मसंयम सिखाता है। रोजे में शरीर की सफाई होती है। बीमारी फैलाने वाले तत्व शरीर से बाहर निकल जाते हैं। बीमार व्यक्ति डॉक्टर की सलाह से ही रोजे रखे।
-डॉ. रशीद अहमद, कार्डियोलॉजिस्ट, मनिपाल हॉस्पीटल
रोजा हमें आत्मसंयम सिखाता है। रोजे में शरीर की सफाई होती है। बीमारी फैलाने वाले तत्व शरीर से बाहर निकल जाते हैं। बीमार व्यक्ति डॉक्टर की सलाह से ही रोजे रखे।
-डॉ. रशीद अहमद, कार्डियोलॉजिस्ट, मनिपाल हॉस्पीटल
‘रोजे में पानी समेत तरल पदार्थों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें। रोजा रखने से खराब केलोस्ट्रॉल की मात्रा घटती है। 30 रोजे रखने से शरीर साफ होता है यानी अब बीमारी की गुंजाइश नहीं है।
-डॉ. मोहम्मद हुसैन, मोतीकटला डिस्पेंसरी
-डॉ. मोहम्मद हुसैन, मोतीकटला डिस्पेंसरी
‘मैं बचपन से ही रोजे रखता आ रहा हूं। रोजे में दरअसल सेहत छुपी रहती है। रोजा रखने से हम बुराइयों के साथ बीमारियां से भी बचे रहते हैं। पूरी सावधानियों से रखा रोजा सबसे अच्छा है।
-एआर नकवी, एसएमएस हॉस्पीटल ‘डायबिटीज के रोगी डॉक्टर की सलाह से रोजे रखें। इफ्तार के बाद व सेहरी से पहले ज्यादा पानी पीएं। -डॉ. आदिल अजीज, वरिष्ठ डायबिटीज विशेषज्ञ ‘डायबिटीज वाले मरीजों को खास ख्याल रखना चाहिए। रोजे में भूखे पेट न तो डायबिटीज की दवाई लें और न ही इंसुलिन।
-डॉ. रमन शर्मा, प्रोफेसर व विभागाध्यक्ष, मेडीसिन विभाग
-डॉ. रमन शर्मा, प्रोफेसर व विभागाध्यक्ष, मेडीसिन विभाग