रामकेश मीणा ने कहा कि सचिन पायलट राजस्थान में क्या मांगते हैं, यहां के लोग मर गए हैं जो पायलट सीएम बनना चाहते हैं। वह जितने दिन राजस्थान में रहेंगे उतना ही कांग्रेस पार्टी को नुकसान होगा। रामकेश मीणा ने कहा कि कांग्रेस के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब कांग्रेस के अध्यक्ष ने ही अपनी सरकार गिराने के प्रयास किए हो।
जातिगत राजनीति करते हैं पायलट
निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने आरोप लगाया कि सचिन पायलट जातिगत राजनीति करते हैं। ऐसे लोगों को कांग्रेस का स्टार बताया जा रहा है। उन्होंने कांग्रेस आलाकमान से मांग की कि ऐसे लोगों को अगर बढ़ावा दिया जाएगा तो यह कांग्रेस को नुकसान ही पहुंचाएंगे। पायलट आज मुख्यमंत्री बनने की बात करते हैं लेकिन कांग्रेस को सबसे ज्यादा नुकसान पायलट नहीं पहुंचाया है, अगर पायलट के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव नहीं होते तो कांग्रेस पार्टी 30 सीटें और ज्यादा जीतती।
हमारे टिकट जानबूझकर काटे
निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने कहा कि ज्यादातर निर्दलीय विधायक कांग्रेस पृष्ठभूमि के हैं। हमारे टिकट जानबूझकर काटे गए थे। मेरा टिकट काटकर सिंगापुर से लौटे एक व्यक्ति को दिया गया।
मुख्यमंत्री के साथ था साथ रहूंगा
निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ था, साथ हूं और साथ रहूंगा। क्योंकि राजस्थान में गहलोत ही एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जो कांग्रेस को जिंदा रख सकते हैं। मंत्रिमंडल विस्तार मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है, लेकिन जिस तरह की परिस्थितियां बनाई जा रही है उस से मैं सहमत नहीं हूं।
बीते साल सियासी संकट के दौरान हम लोग कांग्रेस पार्टी के साथ रहे और सरकार बचाने में अहम रोल अदा किया। हम लोगों का मान सम्मान रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि निर्दलीय मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी के लिए दबाव नहीं बना रहे हैं लेकिन जिन लोगों ने सियासी संकट के दौरान सरकार बचाने में सहयोग किया था उन लोगों का मान सम्मान होना चाहिए।
निर्दलीय विधायकों की बैठक
जयपुर। प्रदेश में सचिन पायलट कैंप और अशोक गहलोत कैप के बीच चल रही सियासी बयानबाजी के बीच अब निर्दलीय विधायक भी बैठकें करके अपनी रणनीति तैयार करने में लगे हैं। सरकार का साथ देने और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रति विश्वास व्यक्त करने के लिए एक बार फिर निर्दलीय विधायक आज राजधानी जयपुर के होटल में बैठक करने जा रहे हैं।
शाम 5 बजे होने वाली बैठक में सभी 13 निर्दलीय विधायकों के शामिल होने की बात कही जा रही है। निर्दलीय विधायकों की माने तो बैठक का एजेंडा मंत्रिमंडल विस्तार के लिए सरकार पर दबाव बनाना नही हैं। उनका कहना है सभी निर्दलीय विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ हैं।
एकजुटता दिखाने के लिए ही वह बैठक आयोजित कर रहे हैं। बैठक में जो 13 निर्दलीय विधायक शामिल हो रहे हैं उनमें अधिकांश कांग्रेस पृष्ठभूमि के हैं। इनमें महादेव सिंह खंडेला, रामकेश मीणा, बाबूलाल नागर, बलजीत यादव ,संयम लोढ़ा, लक्ष्मण मीणा, आलोक बेनीवाल, सुरेश टांक, खुशवीर सिंह जोजावर हैं।
बसपा विधायकों ने बनाई दूरी
सूत्रों का कहना है कि पहले बसपा से कांग्रेस में आए 6 विधायक भी 13 निर्दलीय विधायकों की बैठक में शामिल होने थे लेकिन उसके बाद बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों ने निर्दलीय विधायकों की बैठक से किनारा करते हुए कहा कि उनकी बैठकें होती रहती हैं वह कांग्रेस विधायक दल के सदस्य हैं अगर कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी तब उसमें शामिल होंगे।