Tiger Reserve : पर्यटन शुरू करने से पहले बाघों की पुन: गणना करने की मांग
जयपुरPublished: May 30, 2020 06:59:06 pm
Tiger Reserve : पर्यावरण एवं वन्यजीव संरक्षण संस्था पीपुल फॉर एनीमल्स (पीएफए) के प्रदेश प्रभारी बाबूलाल जाजू ने राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले में स्थित रणथंभोर एवं अलवर जिले में स्थित सरिस्का टाइगर रिजर्व सहित देश के बाघ अभयारण्यों में पर्यटन शुरू करने से पूर्व बाघों की संख्या की पुन: गणना कराने की मांग की है।
Tiger Reserve : पर्यटन शुरू करने से पहले बाघों की पुन: गणना करने की मांग
पर्यटन शुरू करने से पहले बाघों की पुन: गणना करने की मांग
पर्यावरणविद् बाबूलाल जाजू ने लिखा पत्र
जयपुर। पर्यावरण एवं वन्यजीव संरक्षण संस्था पीपुल फॉर एनीमल्स (पीएफए) के प्रदेश प्रभारी बाबूलाल जाजू ने राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले में स्थित रणथंभोर एवं अलवर जिले में स्थित सरिस्का टाइगर रिजर्व सहित देश के बाघ अभयारण्यों में पर्यटन शुरू करने से पूर्व बाघों की संख्या की पुन: गणना कराने की मांग की है।
पर्यावरणविद् जाजू ने असिस्टेंट इंस्पेक्टर जनरल ऑफ फोरेस्ट, नेशनल टाइगर कन्जर्वेशन ऑथोरिटी, दिल्ली को पत्र लिखकर यह मांग की। उन्होंने पत्र में बताया कि विभागीय आंकड़ों के अनुसार रणथंभोर टाइगर रिजर्व में लगभग 80 बाघ-बाघिन एवं शावक है। सरिस्का टाइगर रिजर्व में लगभग 20 बाघ-बाघिन एवं शावक हैं, जबकि वास्तविकता में 70 प्रतिशत बाघ-बाघिन भी इन टाइगर रिजर्वों में नहीं है।
लॉकडाउन में शिकार
उन्होंने बताया कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान रणथंभोर एवं सरिस्का टाइगर रिजर्व में वन विभाग के अफसरों की घोर लापरवाही के चलते निगरानी एवं गश्त व्यवस्था कमजोर होने से कई बाघों के शिकार एवं लापता होने की घटनाएं, चीतल तथा अन्य वन्यजीवों का शिकार एवं पेड़ों के कटने एवं अवैध खनन की घटनाएं घटित हुई है।
कई बाघ लापता
जाजू ने कहा कि टी-42 फतह, टी-6 रोमियो व टी-46 मोहन सहित कई बाघ रणथंभोर राष्ट्रीय उद्यान से लापता है। जाजू ने इन बाघों सहित कई बाघों के शिकार की आशंका जताई है। उन्होंने रणथंभोर एवं सरिस्का टाइगर रिजर्व सहित देशभर के सभी टाइगर रिजर्वों में बाघों की संख्या की अत्याधुनिक तकनीक से पुन: गणना कराते हुए टाइगर रिजर्वों की निगरानी एव ट्रेकिंग सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने एवं बाघों की सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।