मैं पिछले डेढ़ साल से आरएएस भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहा हूं। मेरा मानना है कि पेपर समय से होना चाहिए लेकिन इससे भी पहले यह जरूरी है कि पेपर लीक होने से बचाने के लिए आयोग, पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार कुछ कड़े कदम उठाए क्योंकि जिस तरह से लगातार पेपर लीक, फर्जीवाड़े, डमी अभ्यार्थी बैठाए जाने को मामले सामने आए हैं उससे कड़ी मेहनत कर रहे हम जैसे अभ्यार्थियों का मनोबल कमजोर हुआ है। जब तक प्रतियोगी परीक्षाओं में इस प्रकार के मामले सामने आते रहेंगे अभ्यार्थी निश्चिंत होकर तैयारी नहीं कर सकेंगे उनमें इस बात का डर हमेशा रहेगा कि वह कितनी भी मेहनत क्यों ना कर ले लेकिन सलेक्शन नहीं होगा। 2014 में आरएएस परीक्षा निरस्त करनी पड़ी थी।
संतोष, आरएएस अभ्यार्थी
मैं आरएएस की तैयारी तो कर रहा हूं लेकिन मन में कहीं ना कहीं डर है कि कहीं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं जैसा हाल ही आरएएस भर्ती परीक्षा का ना हो क्योंकि हम अपने घरों से दूर रहकर दिन रात मेहनत कर रहे हैं। अगर परीक्षा देने के बाद पता चलता है कि किसी सेंटर पर पेपर लीक हो गया तो कहीं नकल गिरोह पकड़ा गया है तो मन में हताशा होगी। सरकार को ऐसे प्रकरणों पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है अन्यथा हम जैसे प्रतिभागियों की पूरी मेहनत की बेकार हो जाएगी।
आकाश, आरएएस अभ्यार्थी
10 दिन बाद आरएएस प्री परीक्षा होनी है। आरपीएएसी ने आनन फानन में भर्ती निकाल कर परीक्षा की तिथि घोषित की है लेकिन अब जबकि तारीख घोषित हो चुकी है तो 27 अक्टूबर को परीक्षा होनी चाहिए, रिजल्ट घोषित होने के चार माह में आरएएस मुख्य परीक्षा का आयोजन होना चाहिए यदि मुख्य परीक्षा के आयोजन में एक बार देरी हुई तो फिर आरएएस परीक्षा में पंचवर्षीय योजना की तरह ही हो जाएगी, जिसकी तैयारी करते करते युवा बुढ़े हो जाएंगे। हां, प्रतियोगी परीक्षा में कोई ना कोई फर्जीवाड़े के मामले सामने आ रहे हैं। कहीं पेपर लीक तो कही ओएमआर शीट वायरल। जब तक इन पर रोक नहीं लगेगी किसी भी परीक्षा में पारदर्शिता नहीं आएगी। मुझे लगता है कि बिना मिलीभगत के परीक्षाओं में ऐसे फर्जीवाड़े नहीं हो सकते। प्रशासन चाहे तो सब कुछ संभव है, फर्जीवाड़ा तो दूर की बात है परिंदा भी परीक्षा केंद्र तक नहीं पहुंच सकता है।
दीपक मीणा, आरएएस अभ्यार्थी
आरपीएससी की प्रतियोगी परीक्षाओं में देखने में आया है कि पहले परीक्षा की तिथि घोषित हो जाती है फिर उसे स्थगित कर दिया जाता है। मुझे लगा था कि आरएएस में भी यही होगा लेकिन इस बार अब तक ऐसा नहीं हुआ है। अच्छी बात है पेपर समय से हो रहा है। आयोग यूपीएससी का पैटर्न फॉलो करने का प्रयास कर रहा है लेकिन पेपर सेटर गैंग जब तक सक्रिय रहेगी परीक्षा में पारदर्शिता नहीं आएगी। अधीनस्थ बोर्ड हो या फिर आरपीएससी सभी की परीक्षाओं में फर्जीवाड़े हो रहे हैं। जब आम आदमी के पास पेपर पहुंच जाता है तो एसओजी, पुलिस और एटीएस के पास पेपर नहीं पहुंचता यह कैसे संभव है, इसमें कहीं ना कहीं मिली भगत है। मैंने पहले एसआई भर्ती परीक्षा दी थी, यह परीक्षा में विवादित है इसलिए पहले से ही तनाव था और अगर अब आरएएस में भी कोई गड़बड़ी हुई तो हौंसला ही कमजोर हो जाएगा।
धर्मेंद्र, आरएएस अभ्यार्थी
मुझे लगता है कि आयोग के अध्यक्ष भूपेंद्र यादव रिटायर होने से पहले आरएएस भर्ती परीक्षा के आयोजन और रिजल्ट जारी करने का श्रेय लेना चाहते थे इसलिए उन्होंने आनन फानन में परीक्षा की तिथि घोषित कर दी। एसएससी और यूपीएएसी की तरह आवेदन के बाद कम से कम तीन माह का समय तैयारी के लिए देना चाहिए था। अब जब परीक्षा हो रही है तो यह भी जरूरी है कि इस बार तो कम से कम पेपर लीक नहीं हो। अगर ऐसा कुछ भी हुआ तो पूरी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। पैरेंट्स को भी हमसे कुछ उम्मीदे हैं जो हम पूरी करना चाहते हैं और वह तभी संभव है जबकि पारदर्शिता से परीक्षा होगी अन्यथा वहीं होगा जो पिछली परीक्षाओं में हुआ है।
पुष्पेंद्र, आरएएस अभ्यार्थी