इसे लेकर विधायक वासुदेव देवनानी ने शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को पत्र लिखा है। देवनानी ने पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि आरबीएसई 10वीं बोर्ड परीक्षा कराने को लेकर राजस्थान सरकार के अनिर्णय की स्थिति से कक्षा दसवीं में पढ़ रहे प्रदेश के 12 लाख विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सरकार को चाहिए कि वह भी आरबीएसई 10वीं कक्षा की परीक्षा रद्द कर सीबीएसई द्वारा कमेटी बनाकर अपनाई गई प्रक्रिया अनुसार परीक्षा परिणाम जारी करने का शीघ्र निर्णय करे ताकि तनाव से जूझ रहे विद्यार्थियों को राहत मिल सके।
देवनानी ने कहा कि कोरोना प्रदेश सहित पूरे देश में कहर बरपा रहा है। इस दौरान तत्काल परीक्षाएं होना तो दूर इसके बारे में सोचना भी गुनाह लगता है। यही कारण है कि सीबीएसई ने दसवीं की परीक्षा रद्द करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। ऐसा होने से न केवल लाखों विद्यार्थियों को बल्कि उनके परिजनों को राहत की सांस मिली है। राजस्थान में इसके विपरीत हो रहा है। सरकार ने दसवीं बोर्ड परीक्षा को रद्द करने की बजाय आगे के लिए टाल दिया है जबकि कोरोना की स्थिति को देखते हुए तत्काल 10वीं की परीक्षा कराना असंभव है। प्रदेश मे दसवीं की परीक्षा रद्द करने की बजाय आगे को टालने के सरकार के इस विवेकहीन निर्णय से प्रदेश के 12 लाख विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों के लिए परेशानी हो रही है। देवनानी ने आरबीएसई 10वीं बोर्ड परीक्षा भी रद्द कर सीबीएसई द्वारा कमेटी बना अपनाई गई प्रक्रिया अनुसार परीक्षा परिणाम जारी करने की पुरजोर मांग की है।