script

राजस्थान क्रीड़ा परिषद और आरसीए के बीच 5 साल के लिए हुआ एमओयू, ये हैं एमओयू की प्रमुख शर्तें

locationजयपुरPublished: Feb 22, 2019 02:00:10 pm

Submitted by:

Mridula Sharma

सवाई मानसिंह स्टेडियम स्थित क्रिकेट ग्राउंड को लेकर हुआ एमओयू

SMS STADIUM

राजस्थान क्रीड़ा परिषद और आरसीए के बीच 5 साल के लिए हुआ एमओयू, ये हैं एमओयू की प्रमुख शर्तें

जयपुर. राजस्थान क्रीड़ा परिषद और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के बीच सवाई मानसिंह स्टेडियम स्थित क्रिकेट ग्राउंड व आरसीए के नोर्थ व साउथ ब्लॉक को लेकर बीते एक साल से लम्बित एमओयू शुक्रवार को साइन कर लिया गया। राज्य क्रिकेट संघ के संयुक्त सचिव महेन्द्र नाहर और खेल एवं युवा विभाग के प्रमुख शासन सचिव ने इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए। आरसीए और राजस्थान क्रीड़ा परिषद के बीच यह एमओयू पांच साल के लिए हुआ है।
इस दौरान आरसीए अध्यक्ष और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, खेलमंत्री अशोक चांदना और विधानसभा के मुख्य सचेतक महेश जोशी व आरसीए के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे। इस दौरान मंत्री धारीवाल ने संकेत दिए कि जल्द ही आरसीए का अपना नया क्रिकेट स्टेडियम भी होगा।
ये हैं एमओयू की शर्तें
— एमओयू की अवधि 5 साल होगी
— आरसीए को स्टेडियम में होने वाले अंतरराष्ट्रीय व आईपीएल मैचों के लिए प्रति मैच 20 लाख रुपए क्रीड़ा परिषद को देने होंगे
— अन्य मैचों के आयोजन के लिए वार्षिक 50 लाख रुपए आरसीए राजस्थान क्रीड़ा परिषद को देगा
— खेलमंत्री की अनुशंसा पर आरसीए अन्य खेलों के विकास के लिए राजस्थान क्रीड़ा परिषद को अलग से 50 लाख रुपए वार्षिक देगा
— क्रिकेट ग्राउंड व पैवेलियन आदि का रखरखाव और विकास आरसीए करेगा
— आरसीए अपने अंडर आने वाले भवनों के लिए अलग से बिजी कनेक्शन ले सकेगा

धारीवाल ने भाजपा सरकार पर साधा निशाना
यूडीएच मंत्री धारीवाल ने एमओयू पर हस्ताक्षर के बाद पूर्व भाजपा सरकार पर निशाना साधा। धारीवाल ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में आरसीए को खुद का स्टेडियम बनाने के जमीन आवंटित कर दी गई थी, लेकिन भाजपा सरकार ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि कांग्रेस के इस कार्यकाल में आरसीए के खुद के दो नए स्टेडियम होंगे, एक जयपुर में दूसरा उदयपुर मेंं।
बीते साल समाप्त हो गया था एमओयू
आरसीए और क्रीड़ा परिषद के बीच एमओयू बीते साल फरवरी में ही समाप्त हो गया था, लेकिन फिर तत्कालीन सरकार ने इसे अंतिम आईपीएल मैच के आयोजन तक बढ़ा दिया था। लेकिन उसके बाद से आरसीए ने लम्बे समय तक एमओयू करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई और आपसी विवादों से ही जूझता रहा।

ट्रेंडिंग वीडियो