एेसे समझें कमाई का गणित – रीट परीक्षा दो स्तर के लिए होगी। प्रथम स्तर की परीक्षा कक्षा 1 से 5 तक के लिए और द्वितीय स्तर की परीक्षा कक्षा 6 से 8 तक के लिए शिक्षकों की पात्रता के लिए होगा। इसमें केवल एक परीक्षा के लिए परीक्षा शुल्क रुपए 550 और दोनों परीक्षा के लिए परीक्षा शुल्क 750 रुपए होगा। यह परीक्षा शुल्क 2015 की रीट परीक्षा के मुकाबले 150 रूपए ज्यादा है। 2015 रीट में एक परीक्षा के लिए परीक्षा शुल्क चार सौ रुपए और दोनों परीक्षा के लिए परीक्षा शुल्क छह सौ रुपए ही रखा गया था। एेसे में अब अगर दस लाख अभ्यर्थी आवेदन करेंगे तो प्रति वयक्ति से 150 रूपए अतिरिक्त आय होगी। जिसमें दस लाख अभ्यर्थियों के आवेदन करने पर 15 करोड की अतिरिक्त आय होगी।
8 लाख 75 हजार 722 पंजीकृत किए गए थे – रीट 2015 परीक्षा में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान की ओर से ली गई रीट 2015 परीक्षा में 8 लाख 75 हजार 722 अभ्यर्थी पंजीकृत किए गए थे। इससे पहले यह परीक्षा 2011 और 2013 में आरटेट के नाम से ली गई थी। लेकिन उसके बाद भी करीब तीन साल बाद यह परीक्षा रीट के नाम से 2015 में ली गई। एेसे में करीब नौ लाख अभ्यर्थी बैठे थे। लेकिन अब फिर से यह परीक्षा तीन साल बाद हो रही है तो अब करीब दस लाख अभ्यर्थी परीक्षा में पंजीकृत होने की उम्मीद जताई जा रही हैं।