दौसा पुलिस ने बताया कि पुलिसलाइन के तैनात कांस्टेबल मनीष कुमार शर्मा ने परिचित लोचन प्रकाश शर्मा से 15 लाख रुपए में रीट पेपर परीक्षा से पहले उपलब्ध करवाने का सौदा तय किया। कांस्टेबल मनीष ने लोचन को संजय मीणा के पास जयपुर में 24 सितम्बर को पेपर लेने भेज दिया।
पेपर लेने से पहले 5 लाख रुपए अग्रिम देना तय किया और शेष राशि परीक्षा पास करने के बाद देना तय हुआ। लोचन ने कांस्टेबल मनीष शर्मा के बताए अनुसार संजय मीणा को दुर्गापुरा पहुंचकर दो लाख रुपए ही होने की कहकर दे दिए। जबकि शेष राशि बाद में देना तय किया।
कई लड़कों के साथ एक मकान में ले गया लोचन ने पुलिस को बताया कि संजय ने दिलखुश मीणा के साथ उसको बाइक पर भेज दिया। फिर दिलखुश 25 सितम्बर की शाम को बाइक पर राजस्थान हॉस्पिटल ले गया। यहां कई परीक्षार्थी पहले से खड़े थे। फिर यहां से सभी को मानसरोवर के नारायण विहार स्थित एक मकान पर ले गया और कहा कि सुबह रीट की परीक्षा का पेपर अभी रात को आ जाएगा। लोचन ने बताया कि रातभर में पेपर नहीं आया तो वह बिना बताए सुबह जल्दी परीक्षा देने के लिए चला गया। परीक्षा के बाद मनीष से रुपए मांगे। तब मनीष ने गूगल पे के जरिए 99000 रुपए लौटा दिए और कहा कि बिना बताए कमरे से चले जाने पर अन्य रुपए नहीं मिलेंगे। इस संबंध में लोचन प्रकाश की तरफ से दौसा कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया है।
एसओजी ने तीन भाइयों को पकड़ा एसओजी-एटीएस के एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि रीट परीक्षा मामले में भरतपुर के सेवर निवासी तीन भाइयों को गिरफ्तार किया है। इनमें सवाईमाधोपुर पुलिस लाइन के कांस्टेबल दिगम्बर सिंह जाट और धौलपुर पुलिस लाइन के कांस्टेबल परमवीर सिंह जाट के साथ उनका बीएड द्वितीय वर्ष में पढऩे वाला भाई जयवीर सिंह शामिल है। रीट परीक्षा पेपर लीक मामले में अब तक कुल 14 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। एसओजी पेपर लीक मामले में आरोपियों से पूछताछ कर रही है।