यह भी पढ़ें : रमेश की जगह परीक्षा देने आया प्रवीण, पुलिस ने इस तरह पकड़ा, असली व डमी दोनों एक ही गांव के
इस मामले में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के उप निदेशक जनसंपर्क राजेन्द्र गुप्ता का कहना है कि प्रश्नपत्र 94 पृष्ठ का था। परीक्षार्थी को परीक्षा के बाद उसे जमा कराना अनिवार्य था। संभव है कि अभ्यर्थी ने कुछ पृष्ठ फाड़ कर जेब में रख लिए हों और उसे वायरल कर दिया हो। परीक्षा समाप्त होने के बाद ऐसी वायरल करने जैसी कोई घटना होती है तो वह मायने नहीं रखती।
यह भी पढ़ें : देरी से पहुंचने पर नहीं दिया प्रवेश, कॉलेज के बाहर जमकर हंगामा
वहीं, दूसरी ओर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने ट्वीट कर कहा है कि चौथी पारी के पेपर में करीब 42 प्रश्न सामाजिक अध्ययन के सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। जब पेपर को अभ्यर्थियों द्वारा जमा करवा लिया गया तो यह सोशल मीडिया पर कहां से आए। उन्होंने कहा कि सत्यता की जांच होनी चाहिए।
#REET चौथी पारी के पेपर में करीब 42 प्रश्न सामाजिक अध्ययन के सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
— Dr.Kirodi Lal Meena (@DrKirodilalBJP) July 24, 2022
मुखिया जी से मेरा सवाल है कि जब पेपर को अभ्यर्थियों द्वारा जमा करवा लिया गया तो यह सोशल मीडिया पर कहां से आए ?
मुखिया जी मैं आपसे अनेकों बार कह चुका हूं कि आप पेपर घोटाले में 1/2 pic.twitter.com/6olmW5ktc9