बालोतरा से जोधपुर तक उद्योग ही उद्योग रिफाइनरी पचपदरा के सांभरा में है और इससे आगे जोधपुर तक 100 किमी के करीब का फासला है। 6000 करोड़ का पेट्रो केमिकल एवं रसायनिक क्षेत्र का हब इसी क्षेत्र में लगना है। यहां पर करीब 250 तरह के उत्पादों के कारखानें लगेंगे जो रिफाइनरी के बायो प्रोडक्टर होंगे।
बालोतरा व पचपदरा कस्बे में आएगा बूम जमीनों व कारोबार को लेकर मंदी की मार झेल रहा बालोतरा व पचपदरा क्षेत्र आने वाले समय में ओद्यौगिक बूम की स्थिति में होगा। अभी 3800 लोग ही आए है और बालोतरा में रहने वाले कार्मिक 40 से 50 हजार रुपए मकान का किराया दे रहे हैं। 35 हजार लोग होने पर बालोतरा, पचपदरा से जोधपुर तक आर्थिक बूम की स्थिति तय है।
अभी 28 कंपनी, हो जाएगी 200 से ज्यादा अभी रिफाइनरी के कार्य को लेकर 28 कंपनियां काम कर रही है। आने वाले समय में एक्सपर्ट कंपनियां पहुंचेगी। यहां अरब की बड़ी-बड़ी कंपनियों के निवेश का भी अनुमान लगाया जा रहा है।
1300 अधिकारी-कर्मचारी बसेंगे रिफाइनरी के निकट
1300 अधिकारी व कर्मचारियों का परिवार के साथ आवास रिफाइनरी के निकट ही आवासीय कॉलोनी में किया जाएगा। जिसका निर्माण प्रारंभ कर दिया गया है। ये कर्मचारी रिफाइनरी निर्माण के बाद संचालन तक भी मौजूद रहेंगे।
यों रहेंगे कार्मिक
– 150-200 सुपर क्लास
– 500-800 अपर क्लास
– 1300 क्लास वन
-1000 सुरक्षा कर्मचारी
– 3000 मॉनीटरिंग स्टाफ
– 25000 लेबर क्लास
-3000 अन्य
1300 अधिकारी व कर्मचारियों का परिवार के साथ आवास रिफाइनरी के निकट ही आवासीय कॉलोनी में किया जाएगा। जिसका निर्माण प्रारंभ कर दिया गया है। ये कर्मचारी रिफाइनरी निर्माण के बाद संचालन तक भी मौजूद रहेंगे।
यों रहेंगे कार्मिक
– 150-200 सुपर क्लास
– 500-800 अपर क्लास
– 1300 क्लास वन
-1000 सुरक्षा कर्मचारी
– 3000 मॉनीटरिंग स्टाफ
– 25000 लेबर क्लास
-3000 अन्य