दरअसल बड़ी चौपड़ पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण कार्यक्रम था। पहले कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ध्वजारोहण किया। इस दौरान जौहरी बाजार वाले हिस्से पर भाजपा कार्यकर्ताओं का जुटना शुरू हो गया। भाजपा ने आरोप लगाया है कि जब कांग्रेस का कार्यक्रम चल रहा था, तब पुलिस के आला अधिकारियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं को भारत माता के जयकारे नहीं लगाने दिए। जब तक कांग्रेस कार्यक्रम खत्म नहीं हुआ। तब तक पुलिसकर्मी भाजपा के कार्यक्रम वाले स्थान पर ही मौजूद रहे। ताकि किसी तरह का शोर नहीं हो सके। पुलिसकर्मियों के डर से कार्यकर्ता शांत रहे, हालांकि बाद में सभी ने पुलिस के इस रवैये पर नाराजगी जताई।
इसे लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने सरकार पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि भारत माता का जयकारा और वंदेमातरम हिन्दुस्तान की नैसर्गिक ताकत है। जिसे कोई भी सियासी और प्रशासनिक तरीके से नहीं देखता है। मुझे नहीं लगता इस पर किसी को परहेज होना चाहिए। अगर है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। पूनियां यही नहीं रुके और कहा कि शासन और राज के नीचे प्रशासनिक अधिकारी निरपेक्ष नहीं होते हैं। तब इस तरह की बातें होती है। इस तरीके की आवश्यकता ना तो थी और ना कभी होगी।