बिजली उत्पाद में क्रांति, वैज्ञानिकों ने बनाई सोलर स्किन
जयपुरPublished: Feb 19, 2020 01:03:17 am
क्वींसलैंड विश्वविद्यालय के इंजीनियर नैनोकणों के साथ कर रहे हैं काम
बिजली उत्पाद में क्रांति, वैज्ञानिकों ने बनाई सोलर स्किन
ब्रिस्बेन. वैज्ञानिकों ने एक ऐसा सोलर ‘स्किनÓ बनाने में सफलता पाई है, जिसके जरिए घर, कार और फोन की मदद से भी सौर ऊर्जा बनाना बेहद आसान हो जाएगा। शोधकर्ताओं का दावा है कि बिजली उत्पादन के लिए यह बड़ा कदम होगा। क्वींसलैंड विश्वविद्यालय के इंजीनियर नैनोकणों के साथ काम कर रहे हैं। इन्हें क्वांटम डॉट्स कहा जाता है। ये डॉट्स इलेक्ट्रोनों को पारित करते हैं और सौर ऊर्जा के संपर्क में आने पर विद्युत का प्रवाह करते हैं।
वैज्ञानिकों का कहना है कि इन डॉट्स को लचीली चादरों पर सजाया जा सकता है। इसके बाद इसका उपयोग मोबाइल फोन, इलेक्ट्रिक वाहन आदि पर किया जा सकता है। वैज्ञानिकों ने इन्हीं क्वांटम डॉट्स की मदद से बिजली पैदा कर विश्व रेकॉर्ड तोड़ दिया है।
अमरीका ने दी रेकॉर्ड की मान्यता
क्वांटम डॉट सौर कोशिकाओं का उपयोग करके धूप को बिजली में परिवर्तित करने का पिछला रेकॉर्ड 13.4 प्रतिशत है। विश्वविद्यालय ने कहा कि उनकी टीम की मदद से यह 16.6 प्रतिशत तक बढ़ गई है। इसे अमरीकी राष्ट्रीय ऊर्जा अनुसंधान प्रयोगशाला द्वारा एक रेकॉर्ड के रूप में मान्यता दी गई है।
सौर सेल प्रौद्योगिकी के मुकाबले सस्ता
वैज्ञानिकों ने यह भी स्पष्ट किया है कि बाकी सौर सेल प्रौद्योगिकी की तुलना में यह सस्ता भी है। मेलबर्न विश्वविद्यालय में एनर्जी ट्रांजिशन हब के एक वरिष्ठ सलाहकार साइमन होस ने कहा कि प्रौद्योगिकी को सस्ता और मौजूदा विकल्पों से छोटा होना चाहिए।
कमजोर प्रकाश में भी करेगा काम
शोधकर्ताओं ने कहा कि पारंपरिक सौर सेल प्रौद्योगिकी की तुलना में यह हल्का, लचीला और कमजोर प्रकाश में काम करने में सक्षम है। लचीला होने के कारण इसे कारों या अन्य उत्पादों पर स्किन की तरह लगाया जा सकेगा।