रेजीडेंट डॉक्टरों को अपनी मांगों को लेकर सरकार से वार्ता का इंतजार है। उधर सरकार का अभी रेजीडेंट डॉक्टरों से वार्ता करने का कोई इरादा नजर नहीं आ रहा है। रेजीडेंट डॉक्टरों का कहना है कि वे दो दिन से सरकार से वार्ता का इंतजार कर रहे हैं। सरकार जब भी उन्हें वार्ता के लिए बुलाएगी तो वे एक घंटे के नोटिस में पहुंच जाएंगे। सरकार रेजीडेंट डॉक्टरों की मांगों पर लिखित में आश्वासन दे दे तो रेजीडेंट तुरंत हड़ताल खत्म करने को तैयार हैं।
तीसरे दिन कोई वार्ता नहीं -:
रेजीडेंट डॉक्टरों की हड़ताल के तीसरे दिन गुरुवार कोई वार्ता नहीं हुई। हालांकि बुधवार रात को हुई वार्ता के बाद अधिकारियों ने कहा था कि गुरुवार को सुबह रेजीडेंट से फिर वार्ता की जाएगी। गुरुवार को दिनभर रेजीडेंट सरकार के बुलावे का इंतजार करते रहे, लेकिन सरकार का बुलावा नहीं आया जिससे रेजीडेंट डॉक्टरों में रोष व्याप्त है। डॉक्टरों का आरोप है कि सरकार उनकी सब्र का इम्तहान ले रही है।
हड़ताल को मिला आईएमए का समर्थन -:
इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन के राजस्थान के अध्यक्ष डॉ.एम.एन.थरेजा ने बताया कि उन्होंने रेजीडेंट डॉक्टरों की हड़ताल को अपना समर्थन दिया है तथा राज्य सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द रेजीडेंट डॉक्टरों की मांगों पर कार्रवाई करे और हड़ता तुड़वाए।