कृषि मंत्री डॉ प्रभुलाल सैनी ने बताया कि जैतून, खजूर, किनवा जैसी गैर परम्परागत फसलोें के उत्पादन में राज्य ने सफलता अर्जित की है। हरियाणा के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ और उत्तरप्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने राजस्थान में हो रहे नवाचारों को उनके राज्यों से साझा करने का आग्रह किया था। इसके बाद तीनों राज्यों में आपसी सहमति बनी है। हरियाणा और उत्तरप्रदेश के कृषि वैज्ञानिकों का एक प्रतिनिधिमंडल राजस्थान आएगा और यहां आकर इनका अध्ययन करेगा। इसी तरह उत्तरप्रदेश और हरियाणा में हो रहे नवाचारों के अध्ययन के लिए भी राजस्थान से कृषि वैज्ञानिकों का एक प्रतिनिधिमंडल भेजा जाएगा। उन्होंनें बताया कि इस प्रयास से निश्चित रूप से किसानों की आय को दोगुनी करने में मदद मिलेगी।
आपको बता दें कि कृषि मंत्रियों की बैठक में राजस्थान में बनाई जा रही जैतून की विश्व की प्रथम प्रसंस्कृत चाय और जैतून रिफायनरी के बारे में आपसी चर्चा हुई। इसके साथ ही कृषि मंत्री ने राजस्थान में विभिन्न फसलों के लिए स्थापित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की जानकारी भी हरियाणा और उत्तरप्रदेश के कृषि मंत्रियों को विस्तार से दी।
हरियाणा और उत्तरप्रदेश के कृषि मंत्रियों ने भी अपने यहां चल रहे नवाचारों की जानकारी दी। इस अवसर पर हरियाणा सरकार के विभिन्न बोर्डों, आयोगों के अध्यक्ष और विधायक उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों की आमदनी 2022 तक दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। इसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। आमदनी दोगुना करने के लिए किसानों को सलाह दी जा रही है कि वे परंपरागत खेती के साथ ही समन्वित खेती की ओर अग्रसर हों।
हरियाणा और उत्तरप्रदेश के कृषि मंत्रियों ने भी अपने यहां चल रहे नवाचारों की जानकारी दी। इस अवसर पर हरियाणा सरकार के विभिन्न बोर्डों, आयोगों के अध्यक्ष और विधायक उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों की आमदनी 2022 तक दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। इसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। आमदनी दोगुना करने के लिए किसानों को सलाह दी जा रही है कि वे परंपरागत खेती के साथ ही समन्वित खेती की ओर अग्रसर हों।