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तुरई में भी छिपे हैं ढेरों फायदे

locationजयपुरPublished: Jul 25, 2019 05:35:53 pm

Submitted by:

Chand Sheikh

कई ऐसी सब्जियां हैं जिनको खानपान में हम कम महत्व देते हैं। कई उपेक्षित सब्जियां हमारे लिए बड़ी गुणकारी होती हैं। अब तुरई को ही लीजिए। सब्जी और अन्य इस्तेमाल के मामले में तुरई अधिक प्रचलित नहीं है लेकिन गुणों के हिसाब से देखें तो तुरई हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद है।

 ridge gourd

तुरई में भी छिपे हैं ढेरों फायदे

पाचन में मददगार
तुरई में पानी की मात्रा अच्छी होती है। इस वजह से तुरई आसानी से पच जाती है। तुरई में फाइबर भी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। फाइबर की वजह से यह पेट की समस्या जैसे पेट दर्द, गेस, जलन आदि परेशानी में राहत देती है। तुरई का सूप बनाकर पीने से पाचन क्षमता में बढ़ोतरी होती है। यही नहीं तुरई हमारे रक्तचाप को नियंत्रित रखने में सहायक होती है।
कम वजन में फायदेमंद
तुरई वजन नियंत्रित बनाए रखती है। एक तुरई में अच्छी मात्रा में पानी और बहुत कम मात्रा में कैलोरी होती है। इससे वजन नहीं बढ़ता। इसमें संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रॉल की भी बहुत ही सीमित मात्रा होती है जो वजन कम करने में सहायक होती है।
जोड़ों के दर्द में आराम
तुरई जोड़ों के दर्द में फायदा पहुंचाती है। तुरई में विटामिन सी, विटामिन डी पाया जाता है। तुरई, पालक, मेथी, टिंडा, परवल आदि हरी सब्जियां खाने से घुटने के जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है। तुरई खाते रहने से ऑस्टियोआर्थराइटिस, अस्थमा और रुमेटीइड गठिया जैसी बीमारियों में राहत मिलती है। तुरई के गुदे को घुटने पर लगाने से दर्द में राहत मिलती है।
कम कॉलेस्ट्रोल
तुरई उन सब्जियों में से है जिसमें कॉलेस्ट्रोल की मात्रा ना के बराबर होती है। तुरई में मौजूद घुलनशील फाइबर हमारे शरीर मे से खराब कॉलेस्ट्रोल को हटाने का काम करता है। कॉलेस्ट्रोल कम होने से दिल की बीमारी होने की आशंका भी कम हो जाती है।
खून साफ
अपने खानपान में तुरई को प्राथमिकता से शामिल करने पर हमें सेहत संबंधी कई फायदे हासिल होते हैं। तुरई रक्त शुद्धिकरण के लिए बहुत उपयोगी है। यह लिवर के लिए भी गुणकारी होती है। तुरई में उपस्थित विटामिन सी, फोलेट और बीटा-कैरोटीन आदि कोशिकाओं को होने वाले नुकसान से बचाता है। तुरई में बीटा- करोटीन होने से इसे रोजाना खाने से कैंसर होने की आशंका कम होती है।
स्वस्थ आंखें
तुरई में एंटीऑक्सीडेंट और ल्यूनिन जैसे तत्व पाए जाते हैं जो आंखों से संबधित बीमारियों से सुरक्षा करते हैं। तुरई में मौजूद पानी आंखों को ठंडक पहुंचा कर राहत देता है। एंटीऑक्सीडेंट्स न केवल आखों की रोशनी बढ़ाता है बल्कि लंबे समय तक आखों को स्वस्थ रखता है।
त्वचा के लिए
तुरई से मुंहासे, एक्जिमा, सोरायसिस आदि त्वचा संबंधी परेशानियों से बचाव होता है। तुरई की सब्जी खाने से हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है। तुरई की बेल को गाय के मक्खन में घिसकर 3 से 4 बार चकत्ते पर लगाने से चकत्ता ठीक हो जाता है।
बालों के लिए
तुरई को पीसकर उसके पेस्ट को नारियल के तेल में मिलाकर पांच दिन के लिए रख दें। फिर उसे पानी में उबालकर बोतल में छानकर भर लें। इसे हफ्ते में दो बार लगाने से सफेद बाल से छुटकारा मिल जाता है। तुरई खाने से हमारे बाल कोमल और मजबूत बनते हंै। तुरई में उपस्थित विटामिन सी ड्राइ और दो मुंहें बालों को खत्म करता है। तुरई से हमारे बाल लंबे और घने होते हैं।

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