Rishi Panchami Vrat 2020 : यह दोष दूर करने के लिए व्रत रखती हैं महिलाएं
आज भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। इस दिन ऋषि पंचमी मनाई जाती है। ऋषि पंचमी पर सप्तर्षियों के लिए व्रत रखा जाता है। इसके साथ ही महिलाएं शुद्धि के लिए उपवास रखती हैं।

जयपुर. आज भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। इस दिन ऋषि पंचमी मनाई जाती है। ऋषि पंचमी पर सप्तर्षियों के लिए व्रत रखा जाता है। इसके साथ ही महिलाएं शुद्धि के लिए उपवास रखती हैं। व्रत रखनेवाली महिलाएं सप्तऋषियों की पूजा करती हैं और दोष निवारण की कामना करती हैं।
ज्योतिषाचार्य पंडित सोमेश परसाई बताते हैं कि आज दिनभर पंचमी तिथि रहेगी. पंचमी तिथि का प्रारंभ 22 अगस्त को शाम 07 बजकर 57 मिनट पर हो चुका है, जो 23 अगस्त को शाम 05 बजकर 04 मिनट तक रहेगी। ऋषि पंचमी के दिन सरोवर या पावन नदी विशेषकर नर्मदा, गंगा में स्नान करने की परंपरा हैं। दरअसल रजस्वला दोष से मुक्ति के लिए यह व्रत रखा जाता है।
ऐसी मान्यता है कि रजस्वला के दौरान काम करने से दोष लगता है. ऋषि पंचमी पर व्रत रखने से इस दोष से मुक्त होकर शुद्धि होने की बात कही गई है. साथ ही मासिक धर्म के समय होने वाली तकलीफ तथा अन्य दोष के निवारण के लिए भी महिलाएं ऋषि पंचमी का व्रत करती हैं।
आज के दिन प्रातःकाल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहन कर पूजाघर में चौक बना कर सप्त ऋषियों की स्थापना करनी चाहिए। सप्तर्षियों की श्रद्धा पूर्वक पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य आदि से पूजन करें। इस व्रत में फल आदि का शाकाहारी भोजन करना चाहिए।
23 अगस्त को दिन में 11 बजकर 06 मिनट से दोपहर 01 बजकर 41 मिनट तक ऋषि पंचमी की पूजा कर सकते हैं। इस प्रकार पूजा का मुहूर्त 02 घंटे 36 मिनट का है।
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