-सभी को करना होगा वैश्विक नियमों का पालन पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में वैश्विक संकट की एक वजह यह है कि कई शक्तिशाली देश समझते हैं कि वे किसी भी नियम का पालन नहीं करेंगे, जबकि कई ऐसे भी देश है जिन पर नियमों के आधार पर दवाब बनाया जाता है। यदि हमें विश्व को एक व्यवस्था के रूप में चलाना है तो सभी को वैश्विक नियमों का पालन करना होगा।
-विस्तारवाद नहीं विकासवाद का महत्व प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बहुध्रुवीय विश्व को मजबूत बनाने की आवश्यकता है। एक समय था जब शक्तियां विस्तारवाद की नीति से जुड़ी होती थीं, उसे जमीन के आधार पर तय किया जाता था, लेकिन वह युग अब समाप्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि आज विस्तारवाद नहीं विकासवाद का महत्व है।
-विश्व अंतरिक्ष में भी संघर्ष करने के लिए तैयार प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विश्व अंतरिक्ष में भी संघर्ष करने के लिए तैयार हो रहा है। हम संघर्ष करने के लिए एक नया मैदान तैयार कर रहे हैं और यह मानवता की कमजोरी का सबसे बड़ा उदाहरण है। मोदी ने कहा कि जो देश शक्तिशाली हो गए हैं वे संयुक्त राष्ट्र को एक शक्तिशाली संस्था के रूप में उभरने देना नहीं चाहते। इन देशों ने संयुक्त राष्ट्र को एक साधन बनाने की कोशिश की और यही कारण है कि एक नियम आधारित निकाय के रूप में संयुक्त राष्ट्र की छवि को झटका लगा है।