दिसंबर में हुए उपचुनाव में रालोपा को बुरी परफोर्मेंस का सामना करना पडा है। 50 निकायों पर सामने आये जनाधार ने सांसद हनुमान बेनीवाल और उनकी रालोपा पार्टी को ‘आइना’ दिखाकर रख दिया। रालोपा प्रत्याशियों ने भले ही कहीं-कहीं चुनावी समीकरण बिगाड़े हों, लेकिन पूरे चुनाव में पार्टी सबसे फिसड्डी साबित हुई।
बीते उपचुनाव में कुल 1775 वार्डों में वोट पड़े, जिसमें सिर्फ एक सीट पर रालोपा ने जीत हासिल की। यहाँ तक की भाकपा और माकपा को दो-दो सीटें हासिल हुई। इतना ही नहीं सांसद हनुमान बेनीवाल के लोकसभा क्षेत्र नागौर तक में पार्टी की लाज नहीं बच पाई। वहां भी बीजेपी का जिला प्रमुख बना।
पिछले निकाय चुनाव में फजीहत के बाद सांसद हनुमान बेनीवाल कुल 90 निकायों में कितने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारने की घोषणा करते हैं, देखना दिलचस्प होगा। वहीं इतनी बुरी परफोर्मेंस के बाद भी किस आधार पर वे 90 निकायों में पार्टी की जीत का दावा करते हैं, इसपर भी आज वे रालोपा का पक्ष सभी के सामने रखेंगे।