scriptRoadway की अधूरी तैयारियों से फिर अटके लोग | Roadways Sindhi Camp Bus Stand Jaipur Transport Department | Patrika News
जयपुर

Roadway की अधूरी तैयारियों से फिर अटके लोग

— परिवहन मंत्री की पहल पर अधूरी तैयारियों से गडबडाई व्यवस्था— बसों के लिए वायरल हुए मैसेज से बस स्टैंडों पर पहुंचे हजारों यात्री— बावजूद एक—एक बसों में डेढ गुना सवार हुए यात्री— एक भी कोरोना पॉजिटिव हुआ तो हो सकती है बडी आपदा

जयपुरMar 28, 2020 / 09:14 pm

surendra kumar samariya

Roadway की अधूरी तैयारियों से फिर अटके लोग

Roadway की अधूरी तैयारियों से फिर अटके लोग

राजधानी में काम करने वाले अन्य राज्यों के श्रमिकों और पैदल यात्रियों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए परिवहन मंत्री ( Transport Minister ) की पहल राहत तो लेकर आई। लेकिन बिना पूर्व तैयारियों के चलते व्यवस्था चरमरा गई। शनिवार वायरल हुए मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ( Pratap Singh Khacriawas ) के एक मैसेज के बाद हजारों लोग पैदल—पैदल बस स्टैंडों तक पहुंच गए। लेकिन कई बस स्टैंडों ( bus stand ) पर पर्याप्त बसें नहीं मिली तो कई रूटों पर बसें नहीं रवाना होने से सैकड़ों लोग फिर से बस स्टैंडों ( roadway bus ) के आसपास अटक गए। इन अटके लोगों को भी पुलिस दूर हटाती दिखी। हालांकि पुलिस ने व्यवस्थाएं बनाने की पूरी कोशिश की, लेकिन परिवहन विभाग की अधूरी तैयारियों के चलते वे भी कमजोर से साबित हो गए।
पहले सोशल डेस्टिसिंग, फिर लगी भीड़
रोडवेज अधिकारियों ने पहले तो सोशल डेस्टिसिंग बनाते हुए यात्रियों को एक—दो मीटर की दूरी में बैठाया। ऐसे हजारों यात्रियों को रवाना करने के बाद अंतिम बसों के दौरान व्यवस्था चरमरा गई। बसें कम होने से सोशल डिस्टेंसिंग धरी रह गई। पचास सीटों वाली बसों में 80 से अधिक लोग सवार हुए। इसमें कोई एक भी पॉजिटिव हुआ तो सरकार के सामने बड़ी आपदा खड़ी हो सकती है।
यूपी बॉर्डर सील, कैसे जाएंगे अपने घर
उत्तर प्रदेश रूट के लिए सिंधी कैंप से बसें तो रवाना हुई, लेकिन बसें यात्रियों को भरतपुर—यूपी बॉर्डर तक ही छोडेगी। वहीं, उत्तप्रदेश ने अपनी बॉर्डर सील करने से अब ये यात्री अपने घरों तक कैसे पहुंचेंगे, इसका इंतेजाम प्रशासन नहीं कर पाया है। जानकारी अनुसार, बसें जिला कलेक्टर की अनुशंसा पर रवाना की गई थी।
इन रूटों के लिए रवाना बसें
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की ओर से जयपुर से चार स्टॉप चिन्हित कर बसें रवाना की गई। इसमें सिंधी कैंप के साथ, दिल्ली-आगरा मार्ग के लिए ट्रांसपोर्ट नगर, सीकर मार्ग के लिए चौमूं पुलिया, टोंक/कोटा मार्ग के लिए दुर्गापुरा बस स्टैंड, अजमेर मार्ग के लिए 200 फीट बाईपास से बसें रवाना हुई।
यात्रियों को छोड, कर्मचारियों को किया सैनिटाइज
कोरोना प्रकोप से हर व्यक्ति का बचाव जरुरी है। लेकिन सिंधी कैंप पर बसों में सीटों ( Transport Department )
से डेढ़ गुना तक बैठे यात्रियों को बजाय कर्मचारी को ज्यादा सैनिटाइजर का छिडकाव करते दिखे। हालांकि इनका भी बेहद जरुरी है।
देर रात तक आते रहे लोग
मंत्री खाचरियावास के निर्देशों में बसों का संचालन का समय नहीं था। इससे लोग अपनी फैक्टी, घरों और आश्रय स्थलों से निकलकर बस स्टैंडों पर देर रात तक पैदल आते रहे।
…..

जयपुर में जो फंस गए थे, उनका भेजा है। इसमें भरतपुर, सवाई माधोपुर, दिल्ली, जोधपुर, अजमेर रूट भी बसें गई है। फिलहाल एक ही दिन के निर्देश थे, आगे मिलेंगे तो और बसें भेजेंगे। दोपहर बाद 55 से अधिक बसें रवाना की है। — भानुप्रताप सिंह, मुख्य प्रबंधक, सिंधी कैंप बस स्टैंड
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो