scriptदादी की हिम्मत ने बचाई दस माह की मासूम की जान, लुटेरों के हौंसले को ऐसे किया पस्त | robbery in posh colony gopalpura bypass jaipur | Patrika News

दादी की हिम्मत ने बचाई दस माह की मासूम की जान, लुटेरों के हौंसले को ऐसे किया पस्त

locationजयपुरPublished: Jul 19, 2018 10:12:16 pm

गोपालपुरा बायपास पर 10 बी स्कीम में रिटायर्ड बैंक अधिकारी के घर डकैती

jaipur

दादी की हिम्मत ने बचाई दस माह की मासूम की जान, लुटेरों के हौंसले को ऐसे किया पस्त

जयपुर। गोपालपुरा बायपास पर 10 बी स्कीम में रिटायर्ड बैंक अधिकारी कृष्णकांत गुप्ता के घर हुई डकैती ने पूरे शहर में दहशत फैला दी है। डकैती की यह वारदात और संगीन हो जाती अगर घर की मालकिन चन्द्रकांता हिम्मत से काम नहीं लेती। घर में सारा सामान बटोरने के बाद डकैत दस माह की पोती को साथ ले जाने की धमकी देने लगे। तब डकैतों को बोला कि पोती को ले जाओगे तो तुम्हे मार दूंगी या फिर तुम मुझे मार दो। लेकिन पोती को नहीं ले जाने दूंगी। तब पोती को छोड़ गए।
रोती रही नितारा, नहीं पसीजे डकैत

वारदात के दौरान दस माह की नितारा जाग गई। वह रोती रही लेकिन डकैतों का मन नहीं पसीजा। नितारा घर में भीड़ को देखकर कुछ समझ नहीं पा रही थी। दिनभर रह-रहकर रो रही थी।
तू नहीं तो मैं मर जाऊंगी, लेकिन
चन्द्रकांता ने बताया कि डकैतों ने अलमारी के ऊपर से चांदी के बर्तन उतारने के लिए उसे टेबल पर चढऩे के लिए बोला। लेकिन चन्द्रकांता के पैर में रोड लगी होने से इनकार कर दिया। तब डकैत ने चाकू मार जान से मारने की धमकी दी। तब पीडि़ता ने कहा, टेबल पर चढ़कर गिरने से मरुंगी, इससे अच्छा तू मार दे। लेकिन बाद में एक डकैत टेबल पर चढ़ सामान उतारने लगा।
क्राइम सीरियल देख आई हिम्मत
चन्द्रकांता ने कहा कि वह टीवी सीरियल देखती रहती हैं। टीवी पर क्राइम सीरियल देखने पर डकैत घर में आए तो उनसे घबराने की बजाए उनसे सामना किया।

गुमराह करने के लिए नौकरानी को बोला मां है क्या?
कृष्णकांत गुप्ता का बेटा अंकुर और बहू अंकिता मुम्बई में नौकरी करते हैं। दोनों मुम्बई रहते हैं और उनकी दस माह की पोती नितारा दादा-दादी के पास रहती है। डकैतों ने नितारा को नौकरानी प्रिया के साथ देख पूछा कि यह उसकी मां है क्या? लेकिन बाद प्रिया अपना पूरा सामान बटोर उनके साथ चली गई।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो