बता दे.. यह हादसा सराड़ा थाना क्षेत्र के मांडवा गांव में हुआ। गुरुवार रात ग्रामीण नालुआ माता के मंदिर के पास गरबा देखने पहुंचे थे। गरबा देखने के लिए आसपास के इलाके से लोगों की भीड़ जुटी थी। इस दौरान गरबा कार्यक्रम चल रहा था। जिसे ग्रामीण उत्सुकता से देख रहे थे। इसी दौरान रात करीब साढ़े नौ से 10 बजे के बीच अचानक वहां स्थित पहाड़ी से चट्टान गिर गई। जिससे उसके नीचे खड़े आधा दर्जन बच्चे दब गए। चट्टान गिरते ही गांव में हड़कंप मच गया और चीख-पुकार मच गई। चट्टान गिरने के बाद एकबारगी भगदड़ मच गई। हादसे के बाद पहले ग्रामीणों ने हाथों से मलबा हटाने की कोशिश की। लेकिन जब वो नाकाम रहे तो जेसीबी मशीन को बुलाया गया और मलबा हटाया जा सका।
बता दे..लोगों ने तत्काल चट्टान के मलबे में दबे बच्चों को बाहर निकाला। लेकिन तब तक दो बच्चों की मौत हो चुकी थी। वहीं चार बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलने पर सराड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया। जहां एक और बच्चे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। हादसे के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया।
बता दें कि नवरात्र के दौरान पूरे राजस्थान में गरबा का आयोजन किया जाता है। इन आयोजनों में लोगों की भारी भीड़ उमड़ती है। लेकिन कई जगह सुरक्षा व्यवस्था के समुचित प्रबंध नहीं होने से हादसे की आशंका लगातार बनी रहती है।