रॉयल फैमिली पर सबकी निगाहें रहती हैं। वे आइकॉन हैं। हालांकि सोशल मीडिया से उनकी प्राइवेट लाइफ भी पब्लिक हो गई है। दुनियाभर में लोग रॉयल फैमिली के बारे में जानना चाहते हैं। रॉयल फैमिलीज में चॉइसेज बहुत कम होती हैं, वे प्रोटोकॉल में रहते हैं, एेसे में यदि उन्हें यह अपॉच्र्युनिटी मिल रही है तो यह बहुत बड़ा और अच्छा स्टेप है। उन्हें प्राइवेसी चुनने की पूरी आजादी होनी चाहिए।
शान भटनागर, आर्किटेक्ट मेगन को यह अधिकार होना चाहिए कि वे अपनी डिलीवरी से लेकर बच्चे के फोटोग्राफ समेत निजी फैसले स्वयं ले सकें। रॉयल फैमिली के प्रोटोकॉल अलग होते हैं, फिर भी उन्हें हर इंडीविजुअल की तरह हक है कि वे अपनी निजी लाइफ को अपने तरीके से हैंडल करें। मेगन के ये फैसले बड़ा डिफरेंस क्रिएट करते हैं, वे रॉयल फैमिली से नहीं हैं, लेकिन पीपल पर्सन हैं, यह अच्छी बात है और इसे अच्छे नजरिए से देखा जाना चाहिए।
रुक्षमणि कुमारी, पॉलिटीशियन मैं चाहती हूं कि अदीरा सामान्य रूप से पले-बढ़े। नहीं तो, होता ये है कि आपको अनचाही और बेमतलब की अटेंशन मिलने लग जाती है, वो भी लाइफ में बिना किसी अचीवमेंट के। मैं चाहती हूं कि अदीरा अपने स्कूल में दूसरे बच्चों की तरह ही ट्रीट की जाए। आदित्य और मैं दोनों ही नहीं चाहते कि वह लगातार फोटोग्राफी का हिस्सा बनती रहे।
रानी मुखर्जी, एक्ट्रेस यदि यह कपल का खुद का फैसला है और वे बच्चों को एक्सपोज नहीं करना चाहते हैं तो हमें इस फैसले को रिस्पेक्ट करना चाहिए। क्योंकि पर्सनल चॉइस सबसे बड़ी चीज है। हालांकि परिवार के सदस्य होने के नाते ड्यूटीज पूरी करना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। ब्रिटिश परिवार के बारे में रोजाना कुछ न कुछ गलत पढऩे को मिलता है
मधुलिका सिंह टिबरेवाल, डिजाइनर