इसलिए खास है येलो ड्रॉइंग रूम महल में मरम्मत कार्य की शुरुआत येलो ड्रॉइंग रूम से की गई है। येलो ड्रॉइंगरूम का उपयोग रानी विक्टोरिया और उनका परिवार एक साथ बैठने और समय बिताने के लिए करता था। यह बकिंघम पैलेस के ईस्ट विंग का हिस्सा है, जिसे एडवर्ड ब्लोर द्वारा 1840 में डिजाइन किया गया था। वॉलपेपर को मूल रूप से ब्राइटन पैवेलियन के लिए किंग जॉर्ज चतुर्थ ने चुना था। प्रथम विश्व युद्ध के बाद इसे क्वीन मैरी ने संरक्षित करवाया था, जिसके बाद इसका उपयोग येलो ड्रॉइंग रूम में किया गया।
इनको बदला जाएगा –
— 100 मील लंबी नई विद्युत केबल बिछेगी
—6500 इलेक्ट्रिकल सॉकेट बदलेंगे।
– 5000 लाइट फिटिंग्स बदलेंगी।
– 330 मॉडर्न स्विच बोर्ड लगेंगे।
– 20 मील लंबा हीटिंग पाइप वर्क होगा।
– 10 मील लंबी गर्म-ठंडे पानी की पाइप लाइन डालेगी।
— 2500 रेडिएटर लगाए जाएंगे।
– 500 सेनेटरी वेयर बदलेंगे।
– 30,000 वर्ग मीटर का फर्श फिर से बिछाएंगे।
लोगों ने कहा, हम क्यों भुगते खर्च गौरतलब है कि ब्रिटेन की जनता ने ऑनलाइन याचिका के तहत बकिंघम पैलेस की मरम्मत का खर्च खुद महारानी एजिलाबेथ द्वितीय द्वारा वहन करने की मुहिम छेड़ दी है। इसके मुताबिकए महारानी को पैलेस की मरम्मत पर आने वाले खर्च का बोझ टैक्स पेयर्स पर नहीं डालना चाहिए।