तेज गर्मी भी नहीं रोक सकी जज्बा फजर के बाद रोजा रखने में आसानी रही, सुबह नौ बजते ही तेज गर्मी के थपेड़ों ने लोगों को परेशान किया। दोपहर दो बजे अल्लाह की राह में भूखे-प्यासे रहने वालों का जज्बा देखने लायक रहा। लोग इबादत में मशगूल रहे और तेज गर्मी का भी उन पर असर नहीं पड़ा। बच्चों ने भी रोजे रखे।
तरावीह में उमड़े अकीदतमंद
वहीं, रात को इशा की नमाज में मस्जिदों में विशेष नमाज तरावीह होती है। इसमें कुरआन पाक को सुनाया जाता है। कई मस्जिदों में यह कुरआन सात दिन में तो कई में 26 दिन में पूरा होता है। मस्जिदों में तरावीह के दौरान भीड़भाड़ रही। बच्चे भी बड़ी तादाद में पहुंचे। जौहरी बाजार जामा मस्जिद समेत अन्य मस्जिदों में यह नजारा देखने को मिला। इसी के साथ रोजेदारों ने दूसरे रमजान की तैयारी शुरू कर दी।
सोशल साइट पर भी रमजान की मुबारकबाद का दौर शुरू हो गया है। एक दूसरे को मुबारकबाद के साथ-साथ लोगों ने रमजान से जुड़ी जानकारियां भी शेयर कीं।
इनका कहना है..
रमजान में मुस्लिम धर्मावलंबियों द्वारा पांचों समय की नमाज अदा की जाती है। इस अवधि में कुरआन की तिलावत की जाती है। पैगम्बर मोहम्मद साहब के पैगाम को सुन्नत और अल्लाह के आदेश को फर्ज कहा गया है। इसके बारे में सबको बताया जाता है। रमजान के दौरान रोजाना रात 9 से 11.30 बजे तक शहरभर से लोग जामा मस्जिद पहुंचेंगे।
मुफ्ती अमजद अली, इमाम, जौहरी बाजार जामा मस्जिद