बताया जा रहा है कि जिन चार लोगों को पकड़ा गया है उनमें से दो नामजद हैं और अपराधिक प्रवृति के हैं। उनके खिलाफ पूर्व में भी मुकदमे दर्ज होने की जानकारी सामने आ रही है। फिलहाल बीकानेर पुलिस ने इस मामले में ज्यादा जानकारी नहीं दी है। हांलाकि पुलिस ने बताया है कि मोबाइल फोन से जुड़ने वाले उपकरण भर मिले हैं। बताया जा रहा है चारों संदिग्धों को नकल कराने के उपकरण देने वाला मास्टरमाइंड कोई अन्य है और वह इस रेड के बार से ही फरार हो गया है। उसका नाम पोरव कालोर बताया जा रहा है। जिन चार को पकड़ा गया है उनमें से दो अभ्यर्थी और दो उनके सहयोगी बताए गए हैं।
गौरतलब है कि करीब एक महीने पहले आयोजित हुई रीट परीक्षा में नकल कराने के लिए छह लाख रुपए कीमत में बेची गई नकल डिवाईस लगी चप्पल बनाने वाला तुलसाराम भी बीकानेर से ही था। नकल से जुड+h तुलासाराम की गैंग के सात से आठ लोग परीक्षा से पहले पकड़े गए थे। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनको छह लाख तक में चप्पलें बेची गई थी। उनकी गिरफ्तारी के बाद तुलसाराम फरार हो गया जो अभी तक फरार ही है। वह पहले भी चार परीक्षाओं में सेंध लगा चुका है और अजमेर में पोस्टेड एक महिला आरपीएस का पति है।