दूसरी बसों में किया जा रहा है लोगों को शिफ्ट
पहले ही बस रिजर्वेशन करवा चुके लोगों को फोन कर दूसरी बसों में शिफ्ट किया जा रहा है। ऐसे में एसी बसों में टिकट बुक कराने वाले रोजाना 50 लोगों को मजबूरन नॉन एसी और स्टार लाइन बसों में सफर करना पड़ रहा है। वहीं वोल्वो बसों में रिजर्वेशन कराने वालों को निर्धारित समय पर बसें उपलब्ध नहीं हो रही। सिंधी कैंप से तीन नंबर प्लेटफॉर्म से संचालित होने वाली इन बसों के बंद होने से वैसे तो पिछले सात दिन से अव्यवस्था हो रही है, लेकिन शुक्रवार से रविवार तक वीकेंड होने से दिल्ली से जयपुर के बीच ज्यादा यात्री भार के कारण लोगों को घंटों इंतजार के बाद बसें मिली। कई यात्रियों को निजी बस और ट्रेनों में सफर करना पड़ा।
पहले ही बस रिजर्वेशन करवा चुके लोगों को फोन कर दूसरी बसों में शिफ्ट किया जा रहा है। ऐसे में एसी बसों में टिकट बुक कराने वाले रोजाना 50 लोगों को मजबूरन नॉन एसी और स्टार लाइन बसों में सफर करना पड़ रहा है। वहीं वोल्वो बसों में रिजर्वेशन कराने वालों को निर्धारित समय पर बसें उपलब्ध नहीं हो रही। सिंधी कैंप से तीन नंबर प्लेटफॉर्म से संचालित होने वाली इन बसों के बंद होने से वैसे तो पिछले सात दिन से अव्यवस्था हो रही है, लेकिन शुक्रवार से रविवार तक वीकेंड होने से दिल्ली से जयपुर के बीच ज्यादा यात्री भार के कारण लोगों को घंटों इंतजार के बाद बसें मिली। कई यात्रियों को निजी बस और ट्रेनों में सफर करना पड़ा।
बस संचालन का यह है हाल
– 46,645 किमी रोज का टारगेट है वोल्वो बसों का
– 32,638 किमी ही चल रही हैं रोज – 24 बसें चलती थी दिल्ली के लिए
– 12 बसें ही संचालित हो रही हैं अब
– 03 घंटे में मिल रही है दिल्ली के लिए बस
– 46,645 किमी रोज का टारगेट है वोल्वो बसों का
– 32,638 किमी ही चल रही हैं रोज – 24 बसें चलती थी दिल्ली के लिए
– 12 बसें ही संचालित हो रही हैं अब
– 03 घंटे में मिल रही है दिल्ली के लिए बस
इसलिए हुआ विवाद
रोडवेज 94 वोल्वो और स्टार लाइन बसों का संचालन करता है। इसमें 27 स्केनिया लग्जरी बसें रोडवेज की हैं, जिनका मेंटिनेंस भी स्केनिया कंपनी कर रही है। रोडवेज पर कंपनी के 65 लाख रुपए बकाया चल रहे हैं। जबकि रोडवेज के हिसाब के मुताबिक 40 लाख बकाया निकल रहे हैं। 25 लाख को लेकर कंपनी और रोडवेज के बीच विवाद की स्थिति बनी हुई है। इसी कारण कंपनी ने बसों का मेंटिनेंस बंद कर दिया।
रोडवेज 94 वोल्वो और स्टार लाइन बसों का संचालन करता है। इसमें 27 स्केनिया लग्जरी बसें रोडवेज की हैं, जिनका मेंटिनेंस भी स्केनिया कंपनी कर रही है। रोडवेज पर कंपनी के 65 लाख रुपए बकाया चल रहे हैं। जबकि रोडवेज के हिसाब के मुताबिक 40 लाख बकाया निकल रहे हैं। 25 लाख को लेकर कंपनी और रोडवेज के बीच विवाद की स्थिति बनी हुई है। इसी कारण कंपनी ने बसों का मेंटिनेंस बंद कर दिया।
– अगर विवाद चल रहा है तो मेरे स्तर का मामला नहीं है। इसे चीफ मैनेजर या इंजीनियर सुलझाएगा। क्या विवाद चल रहा है, मुझे जानकारी नहीं है।
सांवरमल वर्मा, एमडी रोडवेज – कंपनी 65 लाख रुपए मांग रही है। रोडवेज में 40 लाख रुपए बकाया निकल रहे हैं। जल्द ही मामला सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है।
कल्याण सहाय मीणा, मुख्य प्रबंधक डीलक्स डिपो
सांवरमल वर्मा, एमडी रोडवेज – कंपनी 65 लाख रुपए मांग रही है। रोडवेज में 40 लाख रुपए बकाया निकल रहे हैं। जल्द ही मामला सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है।
कल्याण सहाय मीणा, मुख्य प्रबंधक डीलक्स डिपो