गौरतलब है कि ड्रॉपआउट बच्चों को स्कूल से जोडऩे के लिए शिक्षा विभाग ने यह निर्णय लिया है। कोरोना के चलते देश भर में लगे लॉकडाउन का असर गरीब तबके के बच्चों पर पड़ा। बच्चे स्कूल से ड्रॉप आउट हो गए। इसी प्रकार हजारों की संख्या में काम कर रहे प्रवासी श्रमिक अपने-अपने घरों की ओर लौट गए थे।
प्रवासी श्रमिकों के बच्चों पर असर
उन्होंने अपने बच्चों को भी स्कूल से निकलवा लिया लेकिन अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही उन्होंने वापस लौटना शुरू कर दिया है। ऐसे में बच्चों को फिर से शिक्षा से जोड़ सकें, इसी बात को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग पहली से आठवीं तक के बच्चों का आरटीई के तहत कभी भी एडमिशन करवाने का निर्णय लिया है।
उन्होंने अपने बच्चों को भी स्कूल से निकलवा लिया लेकिन अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही उन्होंने वापस लौटना शुरू कर दिया है। ऐसे में बच्चों को फिर से शिक्षा से जोड़ सकें, इसी बात को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग पहली से आठवीं तक के बच्चों का आरटीई के तहत कभी भी एडमिशन करवाने का निर्णय लिया है।