राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी ( RTU ) कोटा तथा पूर्णिमा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के कंप्यूटर इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट की ओर से ‘ट्रेंड्स एंड एप्लीकेशंस इन मशीन लर्निंग एंड डीप लर्निंग’ सब्जेक्ट पर दो दिवसीय फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम आयोजित किया गया। आरटीयू के टेक्यूप थर्ड की ओर से प्रायोजित प्रोग्राम में करीब 150 फैकल्टी मेंबर्स ने मशीन लर्निंग व डीप लर्निंग के विभिन्न पहलुओं को जाना। एमएनआईटी जयपुर के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कुलदीप सिंह ने डीप लर्निंग के विभिन्न मॉडल्स बताए।
यूनिवर्सिटी ऑफ कोटा के डायरेक्टर (आईटी) डॉ. ओमप्रकाश ऋषि ने डीपफेक टेक्नोलॉजी में आर्टिफीशियल न्यूरो नेटवर्क के जरिए बनने वाली फेक इमेजेज के बारे में बताया। कहा कि इन्हें पहचानना काफी मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि यह एक नई तकनीक है, जिससे इसमें रिसर्च की काफी संभावनाएं हैं।
मशीन लर्निंग इंजीनियर अक्षत गुप्ता ने स्वास्थ्य क्षेत्र में नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, नागपुर के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सौगाता सिन्हा ने न्यूरल नेटवर्क के बारे में बताया। इनके अलावा आईआईटी, गांधीनगर के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. नितिन खन्ना, ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी, रायगढ़ के कॅरियर डवलपमेंट सेंटर के डायरेक्टर डॉ. अशोक भंसाली ने भी विचार रखे।