पिछले डेढ़ साल में कांग्रेस पार्टी के तकरीबन एक दर्जन विधायकों का पुलिस के साथ अलग-अलग मामलों टकराव हुआ है जो सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। हाल ही में जहां कांग्रेस विधायक मीना कंवर थाने में ही धरने पर ही बैठ गई थी तो वहीं पीआर मीणा ने एसपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।
इन विधायकों ने खोला पुलिस के खिलाफ मोर्चा
मीना कंवर
जोधपुर के शेरगढ़ से कांग्रेस विधायक मीना कंवर ने 17 अक्टूबर को अपने एक नजदीकी रिश्तेदार का पुलिस की ओर से चालान काटे जाने के विरोध में रातानाडा थाने में ही धरने पर बैठ गई थीं। बाद में पुलिस के आला अधिकारियों की ओर से भी बीच-बचाव के बाद मामला शांत हुआ था। हालांकि उनके धरने पर बैठने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था आरोप था कि उनका नजदीकी रिश्तेदार शराब के नशे में था जिस पर पुलिस ने उसका चालान किया था।
पी आर मीणा
16 अक्टूबर को टोडाभीम से कांग्रेस विधायक पी आर मीणा ने करौली पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़े किए थे और मुख्यमंत्री गहलोत को पत्र भी लिखा था। हालांकि सोशल मीडिया पर लोगों ने एसपी का सोशल मीडिया पर समर्थन भी किया था।
नागौर एसपी के खिलाफ 3 विधायकों ने खोला मोर्चा
इधर जून 2021 में नागौर के एसपी संजय गुप्ता की ओर से सोशल सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट के विरोध में कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर, रामनिवास गावड़िया और चेतन डूडी ने एसपी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर एसपी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।
गिर्राज मलिंगा
जून 2020 में भरतपुर रेंज के तत्कालीन डीआईजी लक्ष्मण गौड़ के खिलाफ भी बाडी से कांग्रेस विधायक गिर्राज मलिंगा ने मोर्चा खोल दिया था। बाड़ी विधायक ने लक्ष्मणगढ़ गौड पर पर अवैध बजे खनन की निकासी समेत कई गंभीर आरोप लगाए थे और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी डीआईजी खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
चालान काटने को लेकर पुलिस से भिड़े थे कागजी
कोरोना की पहली लहर के दौरान नवंबर 2020 में बिना मास्क घूम रहे लोगों के चालान काटने पर अमीन कागज़ी जालूपुरा पुलिस से भिड़ गए थे। उन्होंने पुलिस पर लोगों को बेवजह परेशान करने का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से करने की बात कही थी।
हरीश मीणा बैठे थे धरने पर
वहीं जून 2019 में टोंक जिले में एक ट्रैक्टर चालक की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में उनियारा से कांग्रेस विधायक और पूर्व पुलिस महानिदेशक हरीश मीणा ने धरने पर बैठते हुए आमरण अनशन शुरू कर दिया था। मीणा का आरोप था कि ट्रैक्टर चालक की मौत उनियारा थाने के पुलिसकर्मियों की ओर से मारपीट किए जाने के बाद हुई है और दोषी पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर मीा धरने पर बैठ गए थे।