गांव की सड़कों पर नजर रखेगा सैटेलाइट
जयपुरPublished: Dec 05, 2019 08:12:53 pm
अब राजस्थान में गांव की सड़कों पर तीसरी आंख से नजर रखी जाएगी। यह तीसरी आंख भारत सरकार के सैटेलाइट हैं, जिनसे सड़कों की सेहत की जानकारी मिलेगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के जोधपुर में संचालित स्टेट रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन सेंटर (एसआरएसएसएसी) की ओर से ग्रामीण सड़कों की मॉनिटरिंग की जाएगी। इस केंद्र की ओर से मिलने वाली हाई रेजोल्यूशन सैटेलाइट इमेज के जरिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के अंतर्गत सड़कों की मैपिंग की जा सकेगी।
इस संबध में गुरुवार को शासन सचिवालय मे आयोजित बैठक मे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव मुग्धा सिन्हा ने बताया कि भारतीय अंतरिक्ष शोध संस्थान के राष्ट्रीय रिमोट सेंसिंग सेंटर (एनआरएससी) की ओर से पीएमजीएसवाई सड़कों का जिओ स्पेशिएल डेटाबेस तैयार किया जाएगा।
केंद्र ने की है एप्लीकेशन केंद्रों से साझेदारी
उन्होंने कहा कि इस योजना को क्रियान्वित करने के लिए केंद्र ने राज्य रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन केंद्रों के साथ साझेदारी की है। राज्य में यह कार्य एसआरएसईसी, जोधपुर की ओर से किया जाएगा।
आम जनता भी देख सकेगी सड़कों का हाल
सिन्हा ने बताया कि इसके माध्यम से पीएमजीएसवाई के अंतर्गत राज्य में लगभग 64 हजार किलोमीटर सड़कों की मॉनिटरिंग तथा मैपिंग की जा सकेगी। साथ ही, आमजन इन ग्रामीण सड़कों की स्थिति भुवन पोर्टल के माध्यम से देख सकते हैं।
अन्य विभागों को भी मिलेगा लाभ
उन्होने बताया कि योजना के तहत तैयार किया गया डेटाबेस राज्य के विकास की योजना में लाभकारी होगा और इसका उपयोग ग्रामीण विकास विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग सहित विभिन्न विभागों की ओर से किया जा सकेगा।
नवाचार से बढ़ाएंगे सुविधाएं
उन्होंने कहा कि विभाग का उद्देश्य है कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के नए तकनीक एवं नवाचारों का प्रयोग करके राज्य में आधारभूत सुविधाओं को बढ़ाया जा सके।