तीन साल बीते, कार्यकर्ता हैं नाराज
स्वामी ने कहा, प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेन्द्र मोदी सोचते थे कि विकास पर चुनाव लड़ेंगें लेकिन तीन साल इसी में बीत गए। अब हमारे कार्यकर्ता नाराज हैं। इसीलिए अब राम जन्मभूमि मंदिर का मुद्दा उठाया गया है।
स्वामी ने कहा, प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेन्द्र मोदी सोचते थे कि विकास पर चुनाव लड़ेंगें लेकिन तीन साल इसी में बीत गए। अब हमारे कार्यकर्ता नाराज हैं। इसीलिए अब राम जन्मभूमि मंदिर का मुद्दा उठाया गया है।
देश की पहचान तभी बनेगी जब हमारी मंशा सही होगी
स्वामी ने जोर देते हुए कहा कि चाहे जितने भी एटम बम रखें और नए अविष्कार करें, लेकिन देश की पहचान तभी बनेगी जब हमारी मंशा सही होगी।
स्वामी ने जोर देते हुए कहा कि चाहे जितने भी एटम बम रखें और नए अविष्कार करें, लेकिन देश की पहचान तभी बनेगी जब हमारी मंशा सही होगी।
नरसिम्हाराव सरकार का कार्यकाल सबसे बेहतर
स्वामी ने कहा कि अब तक की सरकारों में नरस्म्हिाराव सरकार के पांच साल का कार्यकाल सबसे बेहतर रहा, हालांकि उस समय चुनाव में परिणाम अच्छे नहीं मिले, लेकिन उनका कार्यकाल सबसे अच्छा रहा था। राव के समय विकास दर 3.7 से 8 फीसदी पहुंची थी।
स्वामी ने कहा कि अब तक की सरकारों में नरस्म्हिाराव सरकार के पांच साल का कार्यकाल सबसे बेहतर रहा, हालांकि उस समय चुनाव में परिणाम अच्छे नहीं मिले, लेकिन उनका कार्यकाल सबसे अच्छा रहा था। राव के समय विकास दर 3.7 से 8 फीसदी पहुंची थी।
जेटली को अर्थशास्त्र का ज्ञान नहीं
स्वामी ने कहा, जेटली भ्रष्टाचार के मामले में नरम हैं। जेटली नहीं चाहते हैं कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी. चिदंबरम पर केस चलाया जाए। बड़े पद पर रहते हुए भी डरते हैं नेता
स्वामी ने कहा, नेताओं में भी मैंने कई देखें हैं जो चाहे कितने भी बड़े पद पर बैठे हों, डरते हैं। मनमोहन सिंह को ही ले लीजिए, प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठने के बावजूद भी वह सोनिया गांधी से डरते थे और आज भी डरते हैं। इसलिए यह मंशा बदलने की जरूरत है।