उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के अलावा राज्य की भाजपा सरकार भी दावे कर रही है कि शत-प्रतिक्षत विद्युतीकरण हो चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के
जोधपुर डिस्कॉम क्षेत्र में 18 हजार घरों तक अभी बिजली नहीं पहुंच पाई है और इसी प्रकार प्रदेश में 100 से कम आबादी के दूर-दराज क्षेत्रों में बसी 4500 ढाणियों में आज भी विद्युतीकरण होना शेष है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार
अजमेर डिस्कॉम में भी 8 हजार से अधिक गॉंवों में बिजली पूरी तरह से नहीं पहुंच पाई है और
जयपुर डिस्कॉम में भी अनेकों घरों तक बिजली नहीं पहुंची है। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में भी लोगों को भीषण गर्मी में घण्टों तक बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है, राजधानी सहित सभी बड़े शहरों में विद्युत सप्लाई कहीं भी सुचारू नहीं है और ट्रांसफार्मर में खराबी होने पर 24 घण्टे के भीतर दुरूस्त करने का दावा भी खोखला साबित हुआ है।
उन्होंने कहा कि यूपीए के कार्यकाल के दौरान राजीव गॉंधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना को सतत् रूप से चलाकर 86 हजार, 906 गांवों का विद्युतीकरण किया जा चुका था, जबकि एनडीए सरकार बनने के बाद अब तक लगभग 14 हजार गांवों का ही विद्युतीकरण हुआ है। उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा सरकार जितने दावे करती है उनमें से 99 प्रतिशत दावों में कोई सच्चाई नहीं होती है।