जात-पांत के बंधन को दरकिनार कर जिसके साथ अग्नि के सात फेरे लेकर जिन्दगीभर साथ निभाने का वचन लिया वही उसे मझधार में छोड़ गया।
mother son
जात-पांत के बंधन को दरकिनार कर जिसके साथ अग्नि के सात फेरे लेकर जिन्दगीभर साथ निभाने का वचन लिया वही उसे मझधार में छोड़ गया। अब विवाहिता अपने छह माह के दुधमुंहे बच्चे को लेकर शहर की सड़कों पर भटक रही है। उसे उम्मीद है कि अजमेर शहर में उसका खोया पति फिर से मिल जाएगा।