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सीएम के सवाल पर पायलट का पलटवार, राहुल को मंदिर जाना नेहरू और इंदिरा गांधी ने सिखाया, आपको मंदिर तोड़ना किसने सिखाया

locationजयपुरPublished: Aug 10, 2018 07:20:51 pm

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सुनील सिंह सिसोदिया / जयपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर की जा रही बयानबाजी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जिस मुगालते में है उसका भ्रम जनता अब चुनाव में उतार देगी।
पायलट ने कहा कि मुख्यमंत्री बड़े बोल बोल रही हैं कि राहुल गांधी को मंदिर जाना उन्होंने सिखाया है, तो फिर वह बता दें कि मंदिर तोडऩा राजे को किसने सिखाया है? राहुल गांधी को मंदिर जाना जवाहरलाल नेहरू और उनकी दादी व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सिखाया था, जो पूरा देश भलीभांति जानता है। राहुल उन संस्कारों की परंपरा के धनी हैं, जो संपूर्ण देश की आस्था व संस्कारों की छवि को अभिव्यक्त करती है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश जानना चाहता है कि मंदिर के नाम पर सियासत में आई भाजपा की मुख्यमंत्री को पुरामहत्व के ऐतिहासिक कालीन वास्तु निर्मित मंदिरों को तोडऩा किसने सिखाया? यह वे स्पष्ट करें। उन्होंने कहा कि पूरा प्रदेश जानता है कि राजनीतिक विपदा आने पर ही मुयमंत्री मंदिरों की शरण लेती हैं वरना मंदिरों को निर्ममता के साथ ध्वस्त करने के आदेश देने से भी उन्हें कोई परहेज नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर मंदिर के संदर्भ में जो बयान दे रहे हैं उन्हें सबसे पहले बताना चाहिए कि जब राजधानी के मंदिर टूट रहे थे तब भाजपा के लोग कहां जाकर छुप गये थे।
पायलट ने कहा कि मुख्यमंत्री कांग्रेस के प्रश्नों के जवाब तो नहीं दे रही हैं लेकिन वाहवाही लूटने के लिए जो गैर जिमेदारना बयानबाजी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अच्छा हो कि मुख्यमंत्री कांग्रेस द्वारा उठाए जा रहे जनता से जुड़े सवालों के जवाब दें ताकि जनता के प्रति उनकी जवाबदेही तय हो सके। उन्होंने कहा कि भाजपा के केन्द्र से लेकर हर स्तर के सभी नेता कांग्रेस के बढ़ते जनाधार व राहुल की ओर से देश की जनता से जुड़े मूल मुद्दों के लिए किये जा रहे संघर्ष से परेशान होकर औचित्यहीन बयानबाजी कर रहे हैं जो कि उनकी ओछी मानसिकता का जीता-जागता उदाहरण है।

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