कांग्रेस नेताओं को सौंपी जिम्मेदारी
पायलट ने उपुचनाव में कार्यों हेतु कांग्रेस नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है। पार्टी के संगठन महासचिव महेश शर्मा ने बताया कि मंडावा हेतु प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष मकबूल मण्डेलिया, भरतराम मेघवाल, जगदीश जांगिड, खानू खां बुधवाली, महासचिव डॉ. अजीतसिंह शेखावत, मंगलाराम गोदारा, बालकृष्ण खींची, पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाडी एवं प्रदेश कांग्रेस सचिव के.के. हरितवाल को जिम्मेदारी दी गई है।
इसी प्रकार खींवसर हेतु राज्य मंत्री भंवरसिंह भाटी, ममता भूपेश, विधायक मदन प्रजापत, मंजू देवी मेघवाल, रूपाराम मेघवाल, मनीषा पंवार, पूर्व सांसद मानवेन्द्र सिंह, पूर्व मंत्री सुरेन्द्र गोयल, पूर्व विधायक रतन देवासी, सोना देवी बावरी, विजय पूनिया एवं भंवरलाल (पांचू) को जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने बताया कि उपचुनाव हेतु प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में स्थापित कन्ट्रोल रूम में प्रदेश कांग्रेस संगठन महासचिव महेश शर्मा, महासचिव गिरिराज गर्ग, सचिव प्रशान्त शर्मा, राजेश चौधरी, सुशील आसोपा, शारदा साध, अखिलेश अत्री सहित अन्य को शामिल किया गया है।
21 अक्टूबर को होगा उपचुनाव
मंडावा एवं खींवसर विधानसभा सीट पर 21 अक्टूबर को उपचुनाव होगा और 24 अक्टूबर को नतीजे आएंगे। खींवसर से इंडियन नेशनल कांग्रेस से हरेन्द्र मिर्धा, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से नारायणराम बेनीवाल और निर्दलीय अंकुर शर्मा चुनाव लड़ेंगे, जबकि मंडावा से इंडियन नेशनल कांग्रेस की रीटा चौधरी, भारतीय जनता पार्टी की सुशीला सिगरा, अंबेडगराइट पार्टी आफ इंडिया से दुर्गा प्रसाद मीणा, राष्ट्रीय स्वर्ण दल से बेनी प्रसाद कौशिक, गणेशकुमार जोशी, प्रताप सिंह ख्याली पीओ,सत्यवीर सिंह क्रिशनिया और सुभाष बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे।
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में नागौर की खींवसर से रालोपा के हनुमान बेनीवाल और झुंझुनू की मंडावा सीट से नरेन्द्र खींचड विधायक चुने गए थे। इसके बाद लोकसभा चुनाव हुए तो रालोपा नागौर से हनुमान बेनीवाल को मैदान में उतार दिया। इस सीट पर भाजपा ने अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं किया था और रालोपा को अपना समर्थन दे दिया था। बेनीवाल ने इस चुनाव में कांग्रेस की ज्योति मिर्धा को चुनाव में हराया और लोकसभा में अपनी उपस्थिति लगा ली। इसी तरह मंडावा से विधायक नरेन्द्र खींचड को भाजपा ने झुंझुनू से लोकसभा का टिकट दिया। खींचड़ ने कांग्रेस के श्रवण कुमार को हराया और भाजपा को जीत दिलाई। इसके बाद बेनीवाल और खींचड़ ने विधानसभा की सीटों से इस्तीफा दे दिया।