कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दौरे को देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है, ताकि दौरे से पहले कोई विवाद न उठे। अब इन विधायकों से यह आवास खाली नहीं करवाया जाएगा। पहले यह आवास सामान्य प्रशासन विभाग के पूल में थे। अब तीनों के आवास का आंवटन विधानसभा की आवास आवंटन समिति करेगी।
इससे पहले सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, कांग्रेस विधायक नरेन्द्र बुढ़ानिया, महेन्द्र जीत सिंह मालवीय व निर्दलीय विधायक महादेव सिंह खंडेला के ए श्रेणी के आवासों को भी विधानसभा पूल में डाला था। इसके लिए कुछ नियम भी बनाए गए थे। इन विधायकों का आवास बना रहे, इसी तरह से नियम बनाए गए थे।
पिछले साल सरकार से बगावत के बाद पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, मंत्री विश्वेन्द्र सिंह और रमेश को पद से हटा दिया गया था। इसके बाद यह चर्चा चल पड़ी थी कि क्या इन तीनों से मंत्री स्तर के बंगले भी खाली करवाए जाएंगे, लेकिन सरकार ने इस मामले में फिलहाल नरम रुख अख्तियार किया है।