– लोकसभा चुनाव ( lok sabha election 2019 ) के तीसरे चरण का मतदान आ रहा है। अब आपको राजस्थान और देश में क्या माहौल लग रहा है?
सचिन: पूरे देश में बदलाव का माहौल है। जिस तरह से राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में सरकार बदली है, उसी तरह से केन्द्र में भी बदलाव होगा। भाजपा जिन मुद्दों को लेकर पिछली बार चुनाव जीती थी, हर मुद्दे पर भाजपा बेनकाब हुई है। हमने सकारात्मक एजेंडा रखा है, न्याय की योजना और स्वरोजगार की बात कर रहे हैं। हमें लगता है कि बदलाव होगा और 23 मई को नई सरकार का गठन होगा।
सचिन: पूरे देश में बदलाव का माहौल है। जिस तरह से राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में सरकार बदली है, उसी तरह से केन्द्र में भी बदलाव होगा। भाजपा जिन मुद्दों को लेकर पिछली बार चुनाव जीती थी, हर मुद्दे पर भाजपा बेनकाब हुई है। हमने सकारात्मक एजेंडा रखा है, न्याय की योजना और स्वरोजगार की बात कर रहे हैं। हमें लगता है कि बदलाव होगा और 23 मई को नई सरकार का गठन होगा।
– क्या राजस्थान में सरकार के कामकाज को भी मुद्दा बनाया जा रहा है?
सचिन: जनता के आशीर्वाद से हमने तीन महीने में राजस्थान में अच्छा काम किया है। किसान कर्ज माफी, पेंशन, बेरोजगारी भत्ता देने, फसल खरीद का वादा हमने निभाया है। इसको जनता ने सराहा है। वैसे स्वाभाविक है कि लोग केन्द्र के पांच साल के कामकाज का आकलन कर वोट तो डालेंगे, लेकिन राज्य में हमारी सरकार के अच्छे काम का फायदा चुनाव में हमें मिलने जा रहा है।
सचिन: जनता के आशीर्वाद से हमने तीन महीने में राजस्थान में अच्छा काम किया है। किसान कर्ज माफी, पेंशन, बेरोजगारी भत्ता देने, फसल खरीद का वादा हमने निभाया है। इसको जनता ने सराहा है। वैसे स्वाभाविक है कि लोग केन्द्र के पांच साल के कामकाज का आकलन कर वोट तो डालेंगे, लेकिन राज्य में हमारी सरकार के अच्छे काम का फायदा चुनाव में हमें मिलने जा रहा है।
– मोदी ने आज कर्जमाफी का छलावा बताया। अब उम्मीदवारों से किसान कर्जमाफी पर सवाल पूछ रहे हैं?
सचिन: प्रधानमंत्री जी ने चुनाव से पहले किसान को छह हजार प्रति वर्ष देने की घोषणा की थी। जबकि हम प्रति माह छह हजार उस गरीब परिवार को देंगे, जो अब तक वंचित रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत किसानों के लिए 18 हजार करोड़ रुपए की कर्जमाफी की घोषणा कर चुके हैं। भाजपा ने पांच साल किसानों के लिए कुछ किया नहीं है और हम कुछ कर रहे हैं तो स्वाभाविक है कि उन्हें पीड़ा तो होगी।
– मोदी ने अभिनंदन को पाक द्वारा छोडऩे की वजह सरकार की धमकी को बता रहे हैं? युवा मतदाताओं को पहला वोट शहीदों के नाम पर देने को कह चुके हैं?
सचिन: सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग ने कहा कि धर्म और सेना का इस्तेमाल राजनीति और चुनाव प्रचार में नहीं करना चाहिए। मुझे लगता है संविधान की शपथ लेकर पदों पर बैठे लोगों को अपनी जिम्मेदारी का अहसास होना चाहिए। क्योंकि इनको पता है कि जनता इनसे पांच साल का हिसाब मांगेगी और इनका कार्यकाल विफल रहा है। इसलिए भाजपा में कहीं न कहीं घबराहट है।
सचिन: सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग ने कहा कि धर्म और सेना का इस्तेमाल राजनीति और चुनाव प्रचार में नहीं करना चाहिए। मुझे लगता है संविधान की शपथ लेकर पदों पर बैठे लोगों को अपनी जिम्मेदारी का अहसास होना चाहिए। क्योंकि इनको पता है कि जनता इनसे पांच साल का हिसाब मांगेगी और इनका कार्यकाल विफल रहा है। इसलिए भाजपा में कहीं न कहीं घबराहट है।
– भाजपा कांग्रेस की छवि देश विरोधी बनाने का प्रयास कर रही है, कांग्रेस के पास जवाब की क्या रणनीति है?
सचिन: 130 साल से जिस कांग्रेस ने इस देश को खून-पसीने से सींचा है। आजादी दिलाई है। भाजपा की यह संकीर्ण सोच है। कांग्रेस के इतिहास को सब जानते हैं। हमने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया। भाजपा ने अपने स्वार्थ के लिए कश्मीर में सरकार बनाई, फिर वापस हो गई। वहां क्या हालात यह आप जानते हैं। नोटबंदी से नक्सलवाद खत्म करने की बात करते थे। छत्तीसगढ़ में भाजपा के विधायक की हत्या नक्सलियों ने की। भाजपा हर वादे पर नाकाम रही। चुनाव आते ही मंदिर, आतंकवाद की बात करते हैं। केन्द्र और राज्यों में सत्ता में रहे हैं। जबकि मुख्य मुद्दे रोजगार, महंगाई और छोटे दुकानदारों की कमर टूटना है।
– भाजपा राष्ट्रवाद, सर्जिकल स्ट्राइक को मुद्दा बना रही है। आज प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद को सिर्फ वही समाप्त कर सकते हैं।
सचिन: सैनिक हमारे देश के मान-सम्मान के प्रतीक हैं। उनके शौर्य पर पूरे देश को नाज है। हमारे देश की सुरक्षा के प्रति कोई भी व्यक्ति, संस्था या देश आंख उठाकर देखेगा तो उसे वो ही जवाब मिलेगा जो कि उसे मिलना चाहिए। लेकिन चुनाव होना चाहिए सरकार के पिछले पांच साल के कामकाज पर। निवेश, रोजगार, बेरोजगारी, किसान आत्महत्या, महंगाई, भ्रष्टाचार, नक्सलवाद के मुद्दे पर तो भाजपा कोई बात नहीं कर रही है। हमारे सैनिकों ने जो जवाब दिया है, उनकी वीरता और शौर्य की आड़ में जानबूझकर अपनी नाकामी छिपाने की कोशिश भाजपा कर रही है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि पिछले 45 साल में इतनी बेरोजगारी कभी नहीं किसान लगातार आत्महत्या कर रहे हंै। गैस सिलेंडर 1000 रुपए का हो गया है। पेट्रोल-डीजल 75-80 रुपए प्रति लीटर चल रहा है। इस पर चर्चा नहीं हो रही है। राष्ट्र-प्रेम, देशभक्ति हर सच्चे नागरिक में होनी चाहिए। मुझे लगता है कि जो प्रमुख मुद्दे हैं, जिनके वादे कर के पांच साल पहले सरकार में आए थे, उनको पूरा करने में विफल हो गए।
सचिन: 130 साल से जिस कांग्रेस ने इस देश को खून-पसीने से सींचा है। आजादी दिलाई है। भाजपा की यह संकीर्ण सोच है। कांग्रेस के इतिहास को सब जानते हैं। हमने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया। भाजपा ने अपने स्वार्थ के लिए कश्मीर में सरकार बनाई, फिर वापस हो गई। वहां क्या हालात यह आप जानते हैं। नोटबंदी से नक्सलवाद खत्म करने की बात करते थे। छत्तीसगढ़ में भाजपा के विधायक की हत्या नक्सलियों ने की। भाजपा हर वादे पर नाकाम रही। चुनाव आते ही मंदिर, आतंकवाद की बात करते हैं। केन्द्र और राज्यों में सत्ता में रहे हैं। जबकि मुख्य मुद्दे रोजगार, महंगाई और छोटे दुकानदारों की कमर टूटना है।
– भाजपा राष्ट्रवाद, सर्जिकल स्ट्राइक को मुद्दा बना रही है। आज प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद को सिर्फ वही समाप्त कर सकते हैं।
सचिन: सैनिक हमारे देश के मान-सम्मान के प्रतीक हैं। उनके शौर्य पर पूरे देश को नाज है। हमारे देश की सुरक्षा के प्रति कोई भी व्यक्ति, संस्था या देश आंख उठाकर देखेगा तो उसे वो ही जवाब मिलेगा जो कि उसे मिलना चाहिए। लेकिन चुनाव होना चाहिए सरकार के पिछले पांच साल के कामकाज पर। निवेश, रोजगार, बेरोजगारी, किसान आत्महत्या, महंगाई, भ्रष्टाचार, नक्सलवाद के मुद्दे पर तो भाजपा कोई बात नहीं कर रही है। हमारे सैनिकों ने जो जवाब दिया है, उनकी वीरता और शौर्य की आड़ में जानबूझकर अपनी नाकामी छिपाने की कोशिश भाजपा कर रही है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि पिछले 45 साल में इतनी बेरोजगारी कभी नहीं किसान लगातार आत्महत्या कर रहे हंै। गैस सिलेंडर 1000 रुपए का हो गया है। पेट्रोल-डीजल 75-80 रुपए प्रति लीटर चल रहा है। इस पर चर्चा नहीं हो रही है। राष्ट्र-प्रेम, देशभक्ति हर सच्चे नागरिक में होनी चाहिए। मुझे लगता है कि जो प्रमुख मुद्दे हैं, जिनके वादे कर के पांच साल पहले सरकार में आए थे, उनको पूरा करने में विफल हो गए।
– भाजपा फिर हिन्दुत्व और राष्ट्रवाद के कोकटेल तैयार कर चुनाव में आई है? कांग्रेस की न्याय योजना इसके मुकाबले में पर्याप्त है?
सचिन: भाजपा की सरकार दस परिवारों के लिए साढ़े तीन लाख करोड़ खर्च करती है तो हम देश के बीस फीसदी गरीब परिवारों पर न्याय योजना के तहत साढ़े तीन लाख करोड़ क्यों खर्च नहीं कर सकते। राष्ट्रवाद और हिन्दुत्व की बात जो कर रहे हैं, अब जनता उनसे सवाल पूछ रही है कि किसानों और युवाओं के जो मुद्दे हैं, उन पर कोई जवाब क्यों नहीं है। इंदिरा, राजीव ने शहादत दी। इनके नेताओं ने देश के लिए नाखून तक नहीं कटवाया। सिर्फ बोलने की बातें हैं।
– प्रियंका के चुनाव लडऩे से तस्वीर कैसे बदलेगी? क्या वह गेम चेंजर साबित होंगी?
सचिन: प्रियंका को लेकर पार्टी का निर्णय आपके सामने आ जाएगा। वह जहां जा रही हैं महिलाओं-युवाओं में जबरदस्त जोश दिख रहा है।
सचिन: प्रियंका को लेकर पार्टी का निर्णय आपके सामने आ जाएगा। वह जहां जा रही हैं महिलाओं-युवाओं में जबरदस्त जोश दिख रहा है।
– लोकसभा चुनाव में राजस्थान में क्या उम्मीद है?
सचिन: हम मिशन 25 को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। कार्यकर्ताओं के उत्साह को देखकर लगता है यह मिशन पूरा होगा। – कांग्रेस का एक तबका ऐसा कह रहा है कि जोधपुर पर फोकस है?
सचिन: ऐसा नहीं है, सब मिलकर पूरे राजस्थान पर फोकस कर रहें हैं।
सचिन: हम मिशन 25 को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। कार्यकर्ताओं के उत्साह को देखकर लगता है यह मिशन पूरा होगा। – कांग्रेस का एक तबका ऐसा कह रहा है कि जोधपुर पर फोकस है?
सचिन: ऐसा नहीं है, सब मिलकर पूरे राजस्थान पर फोकस कर रहें हैं।
-आपकी प्रचार की मांग राजस्थान के बाहर से भी आ रही है, गहलोत राजस्थान में हैं, क्या यह रणनीति के तहत किया जा रहा है?
सचिन: जिस नेता की जहां जरूरत होती है, वहां भेजा जाता है। मैं, अशोक जी और अविनाश पांडे जी मिलकर और एक साथ भी प्रचार कर रहें हैं। प्रदेश अध्यक्ष के नाते मेरी पहली जिम्मेदारी राजस्थान की है।
सचिन: जिस नेता की जहां जरूरत होती है, वहां भेजा जाता है। मैं, अशोक जी और अविनाश पांडे जी मिलकर और एक साथ भी प्रचार कर रहें हैं। प्रदेश अध्यक्ष के नाते मेरी पहली जिम्मेदारी राजस्थान की है।
– भाजपा को हनुमान बेनीवाल से गठबंधन करना पड़ा। आप क्या कहते हैं?
सचिन: इसका जवाब भाजपा को देना चाहिए। मंत्रियों के टिकट काट रहे हैं, इससे लग रहा है कि विधानसभा चुनाव में हार से भाजपा में घबराहट दिख रही है।
सचिन: इसका जवाब भाजपा को देना चाहिए। मंत्रियों के टिकट काट रहे हैं, इससे लग रहा है कि विधानसभा चुनाव में हार से भाजपा में घबराहट दिख रही है।
– देश की तस्वीर क्या बनती दिख रही है?
सचिन: देश में गैर भाजपा सरकार बनेगी, कांग्रेस नीत सरकार बनेगी। 23 मई के बाद यूपीए-3 का गठन होगा। अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग गठबंधन बन रहे हैं, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा को हार देने की क्षमता किसी पार्टी में है तो वह कांग्रेस है।
सचिन: देश में गैर भाजपा सरकार बनेगी, कांग्रेस नीत सरकार बनेगी। 23 मई के बाद यूपीए-3 का गठन होगा। अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग गठबंधन बन रहे हैं, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा को हार देने की क्षमता किसी पार्टी में है तो वह कांग्रेस है।
– काला धन, रोजगार, नोटबंदी के मुद्दे नेपथ्य में चले गए हैं?
सचिन: मीडिया के साथियों को भी कुछ न्याय करना चाहिए! जो प्रासांगिक मुद्दे हैं, उनका भी बखान करना चाहिए। पांच साल पहले कहा था कालाधन आएगा, एक नया पैसा आया नहीं। 15 लाख खाते में नहीं आए, दो करोड़ नौकरियां मिली नहीं। महंगाई आसमान पर पहुंच गई। मेरा मानना है कि यह चुनाव जनता से जुड़े मुद्दे और रोजी रोटी का चुनाव है। संवैधानिक संस्थाओं को नष्ट किया गया, लोकतंत्र की परिपाटी को बचाने का चुनाव है। आरबीआइ, सीबीआइ, ईडी को चुन-चुन कर खोखला करने का काम किया गया है।
सचिन: मीडिया के साथियों को भी कुछ न्याय करना चाहिए! जो प्रासांगिक मुद्दे हैं, उनका भी बखान करना चाहिए। पांच साल पहले कहा था कालाधन आएगा, एक नया पैसा आया नहीं। 15 लाख खाते में नहीं आए, दो करोड़ नौकरियां मिली नहीं। महंगाई आसमान पर पहुंच गई। मेरा मानना है कि यह चुनाव जनता से जुड़े मुद्दे और रोजी रोटी का चुनाव है। संवैधानिक संस्थाओं को नष्ट किया गया, लोकतंत्र की परिपाटी को बचाने का चुनाव है। आरबीआइ, सीबीआइ, ईडी को चुन-चुन कर खोखला करने का काम किया गया है।