उन्होंने कहा कि पिछले समय से महामारी के कारण आर्थिक मंदी आई और बेरोजगार एवं श्रमिकों सहित लोगों को इससे परेशानी हुई। कई देशों में ऐसे समय में अपने लोगों का ध्यान रखने के कदम उठाए गए लेकिन दुर्भाग्य हैं कि केन्द्र सरकार ने इस बारे में कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी त्रासदी की पीड़ा के साथ हजारों, लाखों लोगों की मौत हुई। लोग कोरोना से जूझ रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में कोरोना फैल रहा है, त्राही त्राही मच रही, नौकरियां जा रही है। उन्होंने कहा कि महंगाई बढ़ रही हैं और पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। धरने में पायलट ने नारे लिखी तख्ती हाथ में लेकर प्रदर्शन किया। पायलट ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ लगातार अभियान चलाने की पैरवी की।
इससे पहले सचिन पायलट सुबह 9 बजे दौसा के भड़ाना पहुंचे और पिता राजेश पायलट की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। सचिन पायलट ने मीडिया से बात करते हुए भाजपा नेता रीता बहुगुणा जोशी के बयान को लेकर कहा कि उनकी बात सचिन पायलट से नहीं बल्कि सचिन तेंदुलकर से हुई होगी। उनके पास मुझसे बात करने का साहस नहीं है। कांग्रेस लीडर ने रीता बहुगुणा जोशी के उस बयान को लेकर यह बात कही है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी सचिन पायलट से बात हुई है और वह जल्दी ही भाजपा का हिस्सा हो सकते हैं।